आगरा। श्रीरामलीला कमेटी के महामंत्री का निधन। शव यात्रा दोपहर को जाएगी।
श्रीरामलीला कमेटी के मजबूत स्तम्भ कहे जाने वाले महामंत्री श्रीभगवान अग्रवाल का आज सुबह करीब साढ़े सात बजे उनके नेहरू नगर स्थित निवास पर निधन हो गया। वे लगभग 90 वर्ष के थे और काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे।
उनके निधन की सूचना मिलते ही सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और उनके शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई। उनके निज निवास पर शोक-संवेदनाएं व्यक्त करने वालों का तांता लग गया। स्व. अग्रवाल के छोटे पुत्र ताराचंद अग्रवाल ने बताया कि शवयात्रा उनके निवास से दोपहर एक बजे शुरू होगी।
रामलीला आयोजन में रहा अतुल्य योगदान
17 अक्टूबर, 1932 को जन्मे श्रीभगवान अग्रवाल करीब 75 वर्ष से शहर की मुख्य श्रीरामलीला कमेटी से जुड़े हुए थे और विगत 36 वर्षों से कमेटी के महामंत्री भी थे। उनके समर्पण भाव के कारण रामलीला कमेटी और श्रीभगवान अग्रवाल एक-दूसरे के पर्याय बन चुके थे।
शहर में रामलीला का आयोजन उनकी दूरदर्शिता और सोच के कारण ही संपन्न हो पाता था वह पिछले 36 वर्षों से बिना किसी रूकावट बिना किसी झगड़े के रामलीला के आयोजन को संपन्न करा रहे थे।
परिवार डूबा शोक में:
श्री भगवान के निधन के बाद उनका पूरा परिवार सुख में डूब गया है। उन्होंने अपने पीछे तीन पुत्रों एवं दो पुत्रियों का भरा-पूरा परिवार छोड़ा है। उनकी पत्नी शकुन्तला देवी का कुछ साल पहले निधन हो गया था। फर्म मुन्नालाल गुलाबचन्द के नाम से रावतपाड़ा में किराने का व्यवसाय के साथ उन्होंने एम.जी. इण्डस्ट्रीज की भी स्थापना की, जिसमें शिल्पा मसालों का निर्माण किया जाता है।
युवावस्था से ही जुड़े समाज सेवा में:-
श्रीभगवान अग्रवाल ने समाजसेवा के लिए युवा अवस्था में ही अग्रवाल नवयुवक सभा नामक संस्था बना ली थी, जिसके माध्यम से सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा लेने लगे थे। वर्ष 1964 में वे रोटरी क्लब आगरा नार्थ के संस्थापक सदस्य बनकर 25 वर्ष तक विभिन्न समाज सेवा के प्रोजेक्टों में हिस्सा लेते रहे। वे महाराजा अग्रसेन इण्टर कॉलेज प्रबन्ध कार्यकारिणी के लगभग दस वर्ष अध्यक्ष रहे।
महाराजा अग्रसेन बाल मन्दिर के संस्थापक अध्यक्ष रहकर भवन का निर्माण कराया। वे संस्कार भारती के लगभग 12 वर्ष अध्यक्ष रहे। वे आगरा व्यापार मण्डल के संस्थापक सदस्य भी रहे।
श्री हरि सत्संग समिति, श्री गौशाला सोसाइटीज व उत्तर प्रदेश व्यापार एवं उद्योग प्रतिनिधिमण्डल के भी वे संरक्षक रहे। श्री राम हनुमान मन्दिर ट्रस्ट रामलीला मैदान के वे आजीवन मंत्री रहे। महाराजा अग्रसेन सेवा सदन कमला नगर, अग्रोहा विकास ट्रस्ट, अग्रसेन सेवा समिति जयपुर हाउस, अग्रवाल महासभा जैसी संस्थाओं से भी उनका जुड़ाव रहा।