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गंगाजल प्रोजेक्ट – 8 फरवरी को कोर्ट में सुनवाई के बाद होगा रास्ता साफ़

by pawan sharma

आगरा के लिए बुलंदशहर जिले से गंगाजल लाए जाने का प्रोजेक्ट पिछले कई वर्षों से चल रहा है। इस प्रोजेक्ट में आने वाले 3 जिलो में कई तरह की समस्याएं सामने आ रही थी जिसकी वजह से प्रोजेक्ट लगातार लेट हो रहा है। आगरा दक्षिण के विधायक योगेंद्र उपाध्याय आजकल गंगाजल प्रोजेक्ट के लिए भगीरथ की भूमिका अदा कर रहे हैं। भाजपा विधायक ने फिरोजाबाद में वन विभाग की भूमि में आ रही अड़चनों को दूर कराते हुए जल निगम से वन विभाग को 10 हजार हेक्टेयर भूमि दूसरे स्थान पर खरीदने के लिए करोड़ों रुपए का भुगतान भी करा दिया है। विधायक का दावा है कि अप्रैल 2018 तक आगरावासियों को ना सिर्फ स्वच्छ पानी मिलेगा बल्कि गंगाजल भी ताजनगरी के वासियों की प्यास बुझाएगा।

इसके साथ ही विधायक योगेंद्र उपाध्याय का कहना था कि मथुरा में खेत में होकर गुजरने वाली पाइप लाइन के लिए पेड़ों के कटान की अनुमति सुप्रीम कोर्ट से मांगी गई थी, जिसके लिए कोर्ट ने 8 फरवरी को सुनवाई की तारीख दी है। सरकार की ओर से कटने वाले पेड़ों का 10 गुना पेड़ लगाने का एफिडेविट कोर्ट में दायर किया जाएगा और उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट उन्हें अनुमति दे देगा जिससे कि आगरा तक पहुंचने वाले गंगाजल की रफ्तार में तेजी आ सके।

भाजपा के महानगर अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार केंद्र और प्रदेश में विकास का मुद्दा और एजेंडा लेकर उतरी थी इसलिए भाजपा विधायक योगेंद्र उपाध्याय ताजनगरी के सर्व समाज को फायदा पहुंचाने के लिए जुटे हैं ताकि शहरवासियों को जल्द से जल्द स्वच्छ पेयजल के साथ-साथ गंगाजल भी मिल सके।

भाजपा के लिए भागीरथी विधायक ताजनगरी के वाशिंदों की कब तक प्यास बुझा पाते हैं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन जिस तरह से भाजपा विधायक कवायदों में जुटे हैं उससे लोगों को उम्मीद जरूर है कि उन्हें यमुना के साथ-साथ गंगाजल भी मिल सकेगा।

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