आगरा। दिन प्रतिदिन बंद हो रहे व्यापार और व्यापारियों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस हाईकमान का कहना है कि नोटबंदी और जीएसटी के बाद देश में आर्थिक मंदी का दौर शुरू हो गया है जिसके भंवर से छोटे व्यापारियों का निकलना मुश्किल हो गया है। इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार को घेरने के लिए प्रदेश स्तरीय संगोष्ठी और आंदोलनों की रूपरेखा तैयार कर ली है।
आर्थिक मंदी के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार को घेरने का कार्यक्रम 10 अक्टूबर से शुरू हो जाएंगे जो 25 अक्टूबर तक चलेंगे। 10 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक प्रदेश स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा जिसमें आर्थिक मंदी को लेकर वित्तीय क्षेत्र के विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे और लोगों को समझाएंगे कि किस तरह से मोदी सरकार की गलत नीतियां व्यापार को चौपट कर रही हैं। इतना ही नहीं 15 से 25 अक्टूबर के बीच पूरे प्रदेश में आर्थिक मंदी को लेकर धरना प्रदर्शन और आंदोलन किए जाएंगे जिसके दिशानिर्देश कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश नेतृत्व के साथ-साथ जिला और शहर संगठन को भेज दिया है।
आर्थिक मंदी को लेकर शुरू होने वाले चरणबद्ध आंदोलन को लेकर निवर्तमान जिलाध्यक्ष दुष्यंत शर्मा का कहना है कि हाईकमान से आर्थिक मंदी के आंदोलन को लेकर सर्कुलर मिला है जिसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। आर्थिक मंदी का आंदोलन ब्लॉक स्तर पर भी किया जाएगा जिसको लेकर जिला के साथ-साथ ब्लॉक स्तर के पदाधिकारियों के साथ दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। दुष्यंत शर्मा का कहना है कि आर्थिक मंदी को लेकर कांग्रेसी गांव गांव में चौपाल और नुक्कड़ नाटक करेंगे और इसके माध्यम से यह समझ आएंगे कि व्यापार किस तरह से चौपट हो रहा है और मोदी सरकार की करनी और कथनी में कितना अंतर है जिसका खामियाजा हर शख्स भुगत रहा है। किसान इस समय बेहाल है। किसान सम्मान योजना के नाम पर ₹2000 देकर किसानों को ठगा है और अधिकतर किसानों के खाते में यह सम्मान राशि भी नहीं पहुंच पाई है।
निवर्तमान जिलाध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने पिछले दिनों आगरा आए राज्य सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के आर्थिक मंदी पर दिए गए बयान पर भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उनका कहना है कि प्रदेश सरकार को देश मे आर्थिक मंदी नहीं बल्कि आर्थिक सुस्ती नजर आ रही है। जरा प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री से पूछा जाए कि किसी के पास जब व्यापार करने के लिए पैसा ही नहीं होगा तो वो उसके लिए आर्थिक मंदी है या फिर आर्थिक सुस्ती।
फिलहाल कुछ भी हो लेकिन दुष्यंत शर्मा ने इस आंदोलन से मोदी सरकार और प्रदेश सरकार की पोल खोलने का पूरा खाका तैयार कर लिया है।