Agra. आगरा रेल मंडल के कुछ गार्ड और लोको पायलट इस समय कुछ ज्यादा ही परेशान नजर आ रहे हैं। उनकी परेशानी का कारण उनके दो पहिया वाहन लॉबी से चोरी हो जाना है। गाड़ी चोरी होने से ये रेल कर्मचारी पहले से ही परेशान थे लेकिन चोरी हुई गाड़ी के चालान उनके घर पहुँचने से उनकी मुश्किलें और ज्यादा बढ़ने लगी है। पीड़ित का कहना है कि चोरी हुए गाड़ी के चालान उनके घर पहुंचने पर ऐसा लग रहा है जैसे कोई जले पर नमक छिड़क रहा हो।
आगरा में चोरी के वाहन सड़कों पर खूब दौड़ रहे है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि वो पीड़ित रेल कर्मचारी कह रहे है जिनके वाहन चोरी हुए और चोरी हुई गाड़ी के चालान उनके घर पहुँच रहे है। इससे साफ है कि चोरी के वाहन सड़क पर है। इसलिए चालान हुए है। पीड़ित रेलवे कर्मचारियों का आरोप है कि उनकी चोरी के वाहनों की रिपोर्ट तक नहीं ली जा रही है।
फुटबॉल बने पीड़ित रेल कर्मचारी
पीड़ित रेल कर्मचारियों ने बताया कि गाड़ी चोरी होने की शिकायत सदर थाने में दर्ज कराने के लिए गए थे लेकिन मामला आगरा कैंट स्टेशन से जुड़ा होने के चलते वहां के अधिकारियों ने जीआरपी में मुकदमा दर्ज कराने की बात कह दी। जीआरपी मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। ऐसे में हम सभी लोग थाना सदर और जीआरपी के बीच फुटबॉल बन गए हैं। ऊपर से घर पर चलाना रहे हैं। ऐसे में वह कैसे सिद्ध करेंगे कि उनकी गाड़ी चोरी हो गई है।