Agra. अपराधियों के प्रति आगरा पुलिस की चल रही कार्रवाई को लेकर अपराधियों में भी खौफ देखने को मिल रहा है। मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस शाखा में हुई डकैती या फिर ट्रांस यमुना से वरिष्ठ चिकित्सक के अपहरण का मामला हो, दोनों ही मामलों में पुलिस की अपराधियों के साथ मुठभेड़ हुई और इस मुठभेड़ में बदमाश ढेर हो गए हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से घबराकर बुधवार को मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस की डकैती में शामिल प्रभात ने कमलानगर थाने पर सरेंडर किया था तो गुरुवार दोपहर को वरिष्ठ चिकित्सक उमाकांत गुप्ता के अपरहण में शामिल अभियुक्त भोला ठाकुर ने एत्माद्दौला थाने में समर्पण कर दिया। चिकित्सक के अपहरण के मामले में आगरा पुलिस की सुबह ही अपहरण कांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी बदन सिंह और उसके साथी के साथ मुठभेड़ हुई थी जिसमें 1 लाख का इनामी बदमाश बदन सिंह और उसका साथी मारे गए थे।
पिछले दिनों ट्रांसयमुना कॉलोनी निवासी डॉ. उमाकांत गुप्ता के अपहरण की साजिश धौलपुर के बदमाश बदन सिंह ने रची थी। उसकी साथी युवती संध्या उर्फ मंगला ने अंजलि बनकर डॉक्टर से बात की थी। उनसे नौकरी के बहाने मिली थी। इसके बाद अगवा कर ले गई थी। डॉक्टर को 31 घंटे बाद ही पुलिस ने मुक्त करा लिया था।
गुरुवार दोपहर को एत्माद्दौला थाने में एक युवक पहुंचा और उसने जाकर पुलिसकर्मियों से कहा कि वह वरिष्ठ चिकित्सक उमाकांत गुप्ता के अपहरण कांड में शामिल था। यह सुनते ही पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। अभियुक्त भोला ठाकुर ने पुलिस अधिकारी के सामने अपना जुर्म कबूला और बताया कि किस तरह से वो इस अपहरण कांड में शामिल था। पुलिस की कार्रवाई के डर के चलते वह सरेंडर कर रहा है और भविष्य में इस तरह की गलती दोबारा नहीं करेगा।