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धरने के दौरान भिड़े किसान, तहसील परिसर बना छावनी

by pawan sharma

एत्मादपुर तहसील परिसर में चकबंदी को लेकर किसानों के दो पक्ष आपस में भिड़ गए। जमकर धक्का मुक्की हुई एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के धरने पर लगे लाउडस्पीकर और साउंड की मशीन को तोड़ दिया। वही एक किसान के साथ किसान यूनियन की आड़ में आए युवकों ने लाठी डंडों से एक किसान से मारपीट कर दी। मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स ने मामले को संभाल लिया और दोनों किसानों को अलग अलग कर दिया। अन्यथा एक बड़ा बवाल हो जाता।

दरअसल एत्मादपुर तहसील क्षेत्र के मुरथर अलीपुर गांव में चकबंदी हुई है जिसे निरस्त कराने को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में 13 दिनों से सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ दिन और रात तहसील परिसर में ही धरना दिया जा रहा है लेकिन आज चकबंदी कराने के पक्ष में गांव के किसान तहसील परिसर पहुंच गए और चकबंदी को जारी रखने के पक्ष में धरना शुरू कर दिया उसी वक्त भारतीय किसान यूनियन के कई कार्यकर्ता हाथ में लाठी डंडे लेकर आ गए और धरना दे रहे किसानों को रौंद दिया। एक अधेड़ ने लोगों को रोकने की कोशिश की तो लठैत युवको ने किसान को जमीन पर लेटा कर जमकर पीटा। और धरने पर लगे लाउडस्पीकर और साउंड की मशीन को लाठी-डंडों से तोड़ दिया जिसे देख मौके पर मौजूद पुलिस ने सख्ती दिखाई और दोनों पक्षों को अलग अलग कर दिया। इसके बाद दोनों पक्ष के किसान एक दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। मौके पर मौजूद सीओ एत्मादपुर अतुल कुमार सोनकर उप जिलाधिकारी एत्मादपुर अभिषेक सिंह और तहसीलदार एत्मादपुर प्रेमपाल सिंह ने किसानों को समझा-बुझाकर शांत कर दिया।

गाँव से आए किसानो का कहना था की यूनियन की आड़ मे दलाल और बेईमान किस्म के लोग चकबंदी निरस्त करने को धरना दे रहे हैं, यूनियन मे गुंडे मौजूद है जिनहोने आज हमारे धरने पर बवाल किया है वो कही के किसान नहीं है और जो भीड़ इतने दिनो से यहाँ है वो सब बाहर के लोग हैं, संविधान मे सबको बराबर अधिकार है लेकिन भानू के लोगो ने हमारे धरने मे व्यवधान किया और एक किसान साथी को पीटा भी है जिसकी शिकयायत की जाएगी।

उप जिलाधिकारी एत्मादपुर अभिषेक सिंह ने कहा के दोनों पक्ष अपने अपने शपथ पत्र जल्द से जल्द जमा करा दें जिस पक्ष की संख्या अधिक होगी चकबंदी प्रक्रिया उसी पक्ष के अनुसार की जाएगी और कहा कि अगर किसी किसान के साथ मारपीट हुई है तो वह तहरीर दे दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। SDM की बात मानकर चकबंदी चाहने वाले पक्ष के किसान धरने से हट गए और शपथ पत्र बनवाने में जुट गए लेकिन 13 दिन से लगातार चल रहा भारतीय किसान यूनियन का धरना अभी भी जारी है।

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