आगरा। जब उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा आगरा के शाहजहां गार्डन में वृक्षारोपण कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंच रहे थे। तभी दरवाजे पर खड़ी एक पत्नी, पति और उसकी बेटी आंखों में आंसू लिए हाथ जोड़कर डिप्टी सीएम को घेरकर अपनी वेदना सुना रहे थे। आंखों में आंसू, हाथ जोड़े यह परिवार डिप्टी सीएम के सामने गिड़गिड़ाते हुए न्याय की भीख मांग रहा था। डिप्टी सीएम के सामने न्याय की भीख मांगने वाले इस परिवार ने थाना हरी पर्वत पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

दरअसल इस परिवार का कहना है कि बेटी से छेड़छाड़ के आरोपी को थाना हरीपर्वत पुलिस ने क्लीन चिट दे दी है। पीड़ित परिवार का कहना है कि थाना हरीपर्वत की पुलिस पीड़ित का नहीं बल्कि आरोपी का साथ दे रही है और छेड़छाड़ के आरोपी का एक साथी थाना हरीपर्वत में ही तैनात है। जिसके कारण इस परिवार को न केवल न्याय मिल पा रहा है बल्कि उसका शोषण किया जा रहा है।

पीड़ित परिवार की वेदना सुन उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम भावुक हो उठे और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने दो टूक शब्दों में जिलाधिकारी आगरा एनजी रवि कुमार को दिशा निर्देश दिए कि छेड़छाड़ के आरोपी को 1 दिन के अंदर कहीं से भी लाओ, मारते हुए लाओ और सलाखों के पीछे पहुंचाओ।
डिप्टी सीएम के आदेश के बाद आगरा की पुलिस हरकत में आ गई है। मगर सवाल इस बात का है कि महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध पर आगरा पुलिस क्यों लापरवाह बनी हुई है और अब तक आरोपी के खिलाफ पुलिस ने कार्यवाही क्यों नहीं की। किस आधार पर आरोपी को क्लीन चिट दे दी गई। अब देखना होगा कि डिप्टी सीएम के आदेश का पालन आगरा पुलिस कब तक करती है।