Agra. रिश्ते लगातार कलंकित होते जा रहे हैं। अपने ही सगे संबंधी घर की बेटी और बहुओं की इज्जत पर वार कर रहे है। ताजा मामला ताजगंज थाना क्षेत्र का है। एक महिला ने अपने ही बहन के दामाद पर बलात्कार का प्रयास करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में पीड़िता एसएसपी कार्यालय अपनी शिकायत दर्ज कराने आई। पीड़िता का कहना है कि पिछले 2 महीनों से वह अपना मुकदमा दर्ज कराने के लिए चौकी थाने के चक्कर लगा रही है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इससे नाराज पीड़िता ने दो टूक शब्दों में कहा कि ‘आखिरकार पुलिस ने अपना रंग दिखा ही दिया कि पुलिस हमेशा पीड़िता के साथ नहीं बल्कि रेपिस्ट के साथ होती है।’
ये है मामला
मामला ताजगंज थाना क्षेत्र का है। पीड़िता ने बताया कि उसका इलाज चल रहा है और वह 14 अक्टूबर को हाथरस से दवा लेने के लिए आगरा आई थी। उसकी बहन अभी आगरा में रहती है। उसने अपनी बहन को फोन किया तो बहन ने बताया कि वह अपनी बेटी के साथ कोलकाता आई हुई है। बहन ने उस से गुजारिश की कि वह आगरा आई है तो घर चली जाए। घर पर उसका दामाद है, घर पर खाना बनाकर खुद भी खा ले और उसके दामाद को खिला दे। बहन की बात मानकर पीड़िता घर चली गई।
देर रात इज्जत पर बोला हमला
पीड़िता ने बताया कि खाना खाने के बाद बड़ी बहन का दामाद और वह अलग अलग कमरे में सो गए थे लेकिन देर रात लगभग 1 बजे दामाद उसके कमरे में आ गया। उसी बुरी नियत से दबोच लिया और जबरदस्ती करने लगा बमुश्किल उसने अपने आप को बचाया और मां और बेटे की रिश्ते की दुहाई दी लेकिन दामाद की बुरी नियत थी। वह कहने लगा कि आज मेरी पत्नी नहीं है, पत्नी की जगह तुम ले लो और मेरे साथ हमबिस्तर हो जाओ। चीखने और चिल्लाने पर किसी तरह से उसकी जान बची।
शिकायत के बावजूद नहीं हुई सुनवाई
पीड़िता का कहना है कि इस संबंध में चौकी और थाने पर भी शिकायत दर्ज कराई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मामले को 2 महीने बीत चुके हैं और वह बुरी नियत वाले दामाद के खिलाफ कार्रवाई चाहती है लेकिन पुलिस मामले में कोई उचित एक्शन नहीं ले रही है जिसके चलते आज वह एसएसपी कार्यालय आई है और अपनी शिकायत दर्ज कराई है।
मीडिया से वार्ता करने के दौरान पीड़िता की आंखें भर आई और रोते हुए उसने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए। पीड़िता ने दो टूक शब्दों में कहा कि मेरे साथ रेप की कोशिश हुई। मैंने अपने आप को उस हैवान से बचा लिया लेकिन अब पुलिस उसकी कोई मदद नहीं कर रही है। ऐसा लगता है कि पुलिस पीड़िता के साथ नहीं होती बल्कि रेपिस्ट के साथ खड़ी होती है और उसी का साथ देती है। इसीलिए तो उसे न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।