Agra. विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद छावनी विधानसभा कांग्रेस प्रत्याशी सिकंदर वाल्मीकि मून ब्रेकिंग से रूबरू हुए। मून ब्रेकिंग से वार्ता करते हुए उन्होंने भाजपा पर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया और इसे लोकतंत्र की हत्या कहा। उन्होंने कहा कि वह मान ही नहीं सकते कि छावनी विधानसभा सीट पर लगभग उन्हें 5590 वोट ही मिले होंगे। अगर वास्तव में यही स्थिति है तो भाजपा के छावनी विधानसभा से जीत हासिल करने वाले डॉक्टर जी एस धर्मेश ईवीएम छोड़कर मतों से एक बार चुनाव लड़ कर देख ले।
सिकंदर वाल्मीकि ने दी यह चुनौती
दरअसल विधानसभा चुनाव के दौरान छावनी क्षेत्र में डॉक्टर जी एस धर्मेश का विरोध देखने को मिला था लेकिन उसके बावजूद भाजपा प्रत्याशी की इतनी बड़ी जीत हो गई, यह बात कांग्रेस प्रत्याशी को हजम नहीं हुई।
उन्होंने मून ब्रेकिंग से वार्ता करते हुए छावनी विधानसभा से विधायक चुने जाने वाले डॉक्टर जी एस धर्मेश को खुली चुनौती देते हुए कहा कि ‘विधायक जी एक बार सिकंदर वाल्मीकि के सामने इंडिपेंडेंट चुनाव लड़कर देख लें वह भी बिना ईवीएम मशीन के। अगर डॉक्टर जी एस धर्मेश की जमानत ज़ब्त न करा दें तो कहना।’
सिकंदर वाल्मीकि ने कहा कि भाजपा ने अपनी जीत के लिए लोकतंत्र की हत्या ही कर दी है और इसका जीता जागता उदाहरण विधानसभा 2022 के चुनाव हैं। उनका कहना है कि जहां वह रहते हैं उस बात पर सिर्फ उन्हें 11 से 15 वोट मिले जबकि उनके समाज का वह पूरा क्षेत्र है। यह बात भी उन्हें हजम नहीं हो रही कि आखिरकार भाजपा ने ऐसे कौन सा तकनीकी खेल खेला कि विपक्षी पार्टियों के प्रत्याशियों की जीत को हार में बदल दिया और उनके वार्ड के मत भी अपने पक्ष में कर लिए।