Agra. जातिवार जनगणना कराए जाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। शहर कांग्रेस कमेटी पिछड़ा वर्ग की ओर से इस मांग को उठाया गया है। गुरुवार को शहर कांग्रेस कमेटी के पिछड़ा विभाग के महानगर अध्यक्ष रमेश पहलवान के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने एडीएम सिटी से मुलाकात की और महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष ने राष्ट्रपति से जनगणना 2021 को जातिवार कराए जाने की मांग की।
कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के शहर अध्यक्ष रमेश पहलवान की ओर से दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि “भारत में एक बड़ी आबादी ओबीसी वर्ग की है जिन्हें आज की जनसंख्या के अनुपात में देश के सभी संस्थाओं और संसाधनों में हिस्सेदारी नहीं मिल पा रही है। दूसरा ओर पिछड़ा वर्ग आयोग व मंडल कमीशन ने रिपोर्ट की अपनी प्रस्तावना में ही लिखा था कि अगली जनगणना से तमाम जातियों के आंकड़े जुटा लिए जाएं जिससे ओबीसी के आर्थिक और सामाजिक उत्थान के लिए नीतियां बनाने में जरूरी आंकड़े उपलब्ध हो सकें।”
पिछड़ा वर्ग के शहर अध्यक्ष रमेश वर्मा ने कहा है कि जनगणना 2021 का जातिवाद कराना चार प्रमुख कारणों से भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है जो इस प्रकार हैं –
1:- योजनाओं में अथवा सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता मिल सके और 69000 शिक्षक भर्ती में हुए घोटाला भी उजागर हो सके।
2:- कई राज्यों में कुल आरक्षण की सीमा की मांग और जरूरत
3:- कई जातियों का अन्य पिछड़े वर्ग में शामिल होने का आंदोलन।
4:- पिछड़ी जातियों के आरक्षण पर न्यायपालिका वास्तविक जनसंख्या के आंकड़ों की मांग।
कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के शहर अध्यक्ष रमेश पहलवान का कहना था कि सरकार से जातिवार जनगणना कराए जाने की मांग काफी समय से की जा रही है लेकिन सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है जिसके कारण पिछड़ा वर्ग को इसका उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। आज महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर एक बार फिर इस मांग को उठाया गया है। अगर इस ज्ञापन पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई तो फिर कांग्रेसी आंदोलन करने को मजबूर होगी।
पिछड़ा वर्ग के महामंत्री व मीडिया प्रभारी प्रेमपाल सविता और सुनील नोहवार का कहना था कि महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम आज ज्ञापन देकर सरकार को भी एक सूचना दे दी गई है कि अगर जातिवार जनगणना नहीं कराई गई तो इसके लिए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा।