नई दिल्ली। सात साल पहले दिल्ली की सड़कों पर चलती बस में निर्भया के साथ खौफनाक वारदात को अंजाम देने वाले छह दरिंदों की फांसी के लिये डेथ वारंट जारी हो गया है। दिल्ली की पटिलाया कोर्ट ने तीसरी बार डेथ वारंट जारी किया है। इस बार जारी डेथ वारंट में कोर्ट ने दोषियों को फांसी देने की तारीख 3 मार्च 2020 को तय की है। फांसी सुबह छह बजे दी जाएगी।
आपको बताते चले कि निर्भया के दोषियों को फांसी देने के लिए इससे पहले दो डेथ वारंट जारी हो चुके थे। इससे पहले 22 जनवरी और एक फरवरी को फांसी देने के लिए डेथ वारंट जारी हो चुका था लेकिन दोषियों के वकील के माध्यम से कोई न कोई याचिका डालने से मामला अटकता रहा। सोमवार को लगभग एक घंटे तक पटियाला हाउस कोर्ट में चली सुनवाई के बाद निर्भया के गुनहगारों को फांसी देने के लिए 3 मार्च की तारीख मुकर्रर कर दी गयी। अब कोर्ट के ताजा फैसले और नए डेथ वारंट के अनुसार 3 मार्च की सुबह 6 बजे निर्भया के गुनहगारों को फांसी पर लटका दिया जाएगा।
सरकारी वकील ने सुनवाई के दौरान कहा कि 3 दोषियों अक्षय, विनय और मुकेश की दया याचिका खारिज हो चुकी है। एक दोषी पवन की ओर से इस मामले में दया याचिका और क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल होनी बाकी है। उन्होंने कहा कि हाइकोर्ट की तरफ से दी गई एक सप्ताह की मियाद भी 11 फरवरी को समाप्त हो चुकी है। उन्होंने दलील देते हुए कहा कि अभी ताजा जानकारी के हिसाब से फिलहाल किसी भी दोषी की कोई भी याचिका किसी भी कोर्ट में पेंडिंग (लंबित) नहीं है। इसलिए नया डेथ वारंट जारी किया जा सकता है।
निर्भया कांड में दोषियों को फांसी दिए जाने के लिए तीसरा डेथ वारंट जारी होने से शहर की आधी आबादी काफी उत्साहित नजर आ रही है। उनका कहना था कि यह इंसाफ तो पहले ही हो जाना चाहिए था लेकिन भारतीय कानून में थोड़ा लचीलापन है जिसके कारण याचिकाओं के माध्यम से आरोपी अपनी फांसी की सजा को टालते रहे। अगर इस बार वास्तव में ही तीसरे डेथ वारंट की मुकर्रर तारीख पर ही दोषियों को फांसी की सजा होगी तभी निर्भया को इंसाफ मिल पाएगा।