आगरा। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर उत्तर भारत के प्रसिद्ध बटेश्वर धाम में श्रद्धालु और भक्तों की अच्छी खासी भीड़ उमड़ पड़ी। लाखों की संख्या में पहुँचें श्रद्धालुओं ने पहले यमुना में स्नान किया और फिर भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूजा आराधना की। पूर्णिमा स्नान पर्व पर हजारों नागा साधु संतों ने बटेश्वर पांचवे महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान किया। परिक्रमा में सैकड़ों साधु संतो ने अपने अस्त्र-शस्त्र के हैरतअंगेज करतब को भी दिखाया।
परिक्रमा के दौरान धार्मिक भजन कीर्तन का दौर चला। संत बाबा बालक दास जी के सानिध्य में मुख्य मंदिर से से परिक्रमा आरंभ हुई। पर्व पर हजारों महिला पुरुष और युवतियों के द्वारा तीर्थ की 9 किमी की परिक्रमा नंगे पैर लगाई गई और माँ पार्वती के मंदिर में सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूजा अर्चना की गई।
पर्व पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए। मेला बटेश्वर में चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात की गई है। सुरक्षा व्यवस्था की कमान मेला कोतवाल बी आर दिक्षित ने संभाली।
बटेश्वर मंदिर के महंत ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के स्नान का अलग ही महत्व है। आज भारी संख्या में श्रद्धालु और साधु संत स्नान के लिए पहुँचे है सभी ने भगवान शिव की पूजा आराधना की है।