आगरा। मंगलवार को कोरोना संक्रमित के 15 नए मामले सामने आने के बाद आगरा में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 404 पहुंच गया था लेकिन आज बुधवार सुबह कोरोना संक्रमित के 18 नए मामले सामने आने के बाद अब यह आंकड़ा 422 तक पहुंच गया है। पूरे देश में जहां 80 से अधिक जिलों में पिछले 10-12 दिन से कोरोना के मामले नहीं आए हैं तो वहीं आगरा में यह स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित के मामले में आगरा लगातार टॉप पर बना हुआ है तो वहीं पूरे देश में आगरा शहर 11वें नंबर पर आ गया है जबकि पहले नंबर पर मुम्बई है। आगरा में अब तक कोरोना संक्रमित 12 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 64 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं।
शहर में अब कम्यूनिटी ट्रांसफर की चेन शुरू हो चुकी है जिसे तोड़ने में जिला प्रशासन फेल नज़र आ रहा है। प्रशासन प्रतिदिन मीटिंग कर नए दिशा-निर्देश जारी कर रहा है लेकिन धरातल पर कोई प्रयास होता नहीं दिख रहा है। यही कारण है कि आये दिनों क्वारनटाईन सेंटरों पर बदहाल व्यवस्था के वीडियो वायरल हो रहे हैं तो ईलाज़ के अभाव में नॉन-कोरोना मरीज बेमौत अपनी जान गंवा रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ टूंडला स्थित एफ एच मेडिकल कॉलेज में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में 59 वर्षीय रेलकर्मी ने खुदकुशी कर ली है जिसके बाद प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। देखने में आ रहा है कि अब क्वॉरेंटाइन सेंटर लोगों के ठीक होने के नहीं बल्कि और ज्यादा संक्रमण फैलने के सेंटर बन गए हैं।
बीते दिन आये 15 मामलों में आगरा एसएन के एक और वार्ड बॉय में कोरोना की पुष्टि हुई है है। सदर क्षेत्र निवासी 50 वर्षीय सब्जी विक्रेता भी कोरोना पॉजिटिव आया है। माईथान निवासी एक गर्भवती महिला की रिपोर्ट भी पॉजिटिव है, साथ ही रकाबगंज क्षेत्र में सास और बहू कोरोना संक्रमित निकले हैं।
वहीं दूसरी ओर कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले स्वजन भी भी कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। इनमें सदर क्षेत्र के कोरोना पॉजिटिव कारोबारी जिनकी मृत्यु हो गई थी, उनकी पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव आई है है। न्यू आगरा क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव आए ड्राइवर के दो भाई जांच में कोरोना संक्रमित निकले हैं।