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बड़ी लापरवाही : बिना रिपोर्ट आये क्वॉरेंटाइन सेंटर से घर भेजे गए चार लोगों में कोरोना की पुष्टि, आंकड़ा पहुंचा 425

by admin

आगरा। आगरा में बढ़ रहे कोरोना के कहर के बीच जिला प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। बीती रात एसजीआई के एक क्वॉरेंटाइन सेंटर से छोड़े गए लोगों में से चार लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इस ख़बर से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। क्योंकि यह भय सता रहा है कि बीती रात छोड़े गए ये युवक न जाने कितने लोगों से मिले होंगे जिससे कोरोना का संक्रमण और फैल जाने की संभावना बढ़ गयी। वहीं आज बुधवार की सुबह कोरोना संक्रमित के 18 मामले सामने आने के बाद तीन और नए मामले आए हैं जिसके बाद शहर में कोरोना संक्रमित की संख्या बढ़कर 425 हो गई है।

बताया जाता है कि आगरा मथुरा हाईवे स्थित एसजीआई के एक क्वॉरेंटाइन सेंटर में बीती रात लगभग 1:30 बजे एसडीएम प्रोटोकॉल के निर्देश पर कुछ लोगों को बाहर निकाला गया था। अपने घर जा चुके इन लोगों में से चार लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। ये सभी खटीक पाड़ा क्षेत्र के रहने वाले हैं। प्रशासन अब इन कोरोना पॉजिटिव लोगों को ढूंढने में जुट गया है। वहीं कहा जा सकता है कि इनके संपर्क में आने से अब और भी कई लोगों को कोरोना होने का खतरा पैदा हो गया है।

इस मामले में न्यूज़ चैनल में दिए साक्षात्कार में आगरा डीएम पीएन सिंह ने सफाई दी है कि इनकी जांच रिपोर्ट इंडिटरमिनेट थी और इन्हें कपड़े लेने के लिए घर भेजा गया था। रिपोर्ट कंफर्म होने के बाद सभी को दूसरे कोविड सेंटर भेज दिया गया है।

प्रशासन की इतनी बड़ी लापरवाही सामने आई है कि बिना जांच रिपोर्ट आने के इंतजार के बजाए इन लोगों को कैसे घर जाने दिया, और कपड़े इनके घर वालों के द्वारा या किसी अन्य तरह से मंगाए जा सकते थे, इसके लिए औरों की जान खतरे में डालने की क्या आवश्यकता थी। वहीं साफ निर्देश है कि क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों की दो बार जांच होने के बाद नेगेटिव रिपोर्ट आने पर ही उन्हें घर भेजा जाएगा। इस प्रक्रिया में लगभग 20 से 28 दिन तक लग जाते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि यदि इन चार युवकों से अन्य लोगों को कोरोना हुआ तो इसका जिम्मेदार कौन होगा और प्रशासन किसके खिलाफ कार्रवाई करेगा।

इन घटनाओं से धीरे-धीरे अब शहरवासियों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है और वह आगरा में बढ़ते कोरोना के मामले को लेकर घर से लेकर सोशल मीडिया तक जिला प्रशासन को निशाने पर लिया जा रहा है। शहरवासी ट्वीट के माध्यम से सीएम योगी से अपील कर रहे हैं कि वह हस्तक्षेप कर जल्द ही कड़े निर्णय लें अन्यथा स्थिति और बदहाल हो सकती है।

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