आगरा। आगरा जिले में लगातार हो रही आपराधिक वारदातों से ताजनगरी दहल उठी है। छात्रा को सड़क चलते जिंदा जला देना, युवती के साथ गैंगरेप, महिला को गोली मारने की घटना हो या फिर सिकंदरा पुलिस की हिरासत में राजू की मौत, न्यू आगरा थाना क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर बबलू यादव की गोली मारकर हत्या।
इन सभी वारदातों को देखकर लगता है कि शायद पुलिस का वजूद ताजनगरी में धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। वारदातों से दहल उठी ताजनगरी के पुलिस अधिकारी जहां पस्त है तो वहीं अपराध को अंजाम देने वाले अपराधी मस्त हैं।
एक के बाद एक हो रही आपराधिक वारदातों ने ताजनगरी को हिला के रख दिया है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद ताजनगरी आगरा में लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन नहीं है। क्राइम को रोकने में आगरा पुलिस नाकाम और फेल साबित हो रही है। अब आपको एक-एक करके सारी घटनाएं बताते हैं।
दिनांक 22 नवम्बर
थाना – सिकंदरा
घटना – पुलिस हिरासत में 3 डिग्री से राजू की मौत।
15 दिसंबर
थाना – सिकंदरा
घटना – प्रॉपर्टी डीलर बबलू यादव की गोली मारकर हत्या।
17 दिसंबर
थाना – बासौनी
घटना – मासूम बच्चे की निर्मम हत्या।
18 दिसंबर
थाना – मलपुरा
घटना – घर जाती छात्रा संजली को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया।
18 दिसंबर
थाना – न्यू आगरा
घटना – युवती के साथ गैंगरेप जैसी घिनौनी वारदात।
18 दिसंबर
थाना – जैतपुर
घटना – उर्मिला नाम की महिला को दबंगों ने मारी गोली।
ये सभी वह वारदातें हैं। जिन्हें खोलने के लिए पुलिस नाकाम रही है। आगरा में बिगड़ता लॉ इन ऑर्डर, महिला और युवतियों के साथ लगातार हो रही वारदात से ताजनगरी की युवतियां और बच्चियां अब घर से बाहर निकलने को भी डरती है।
भले ही गैंगरेप की घटना में पुलिस ने दो आरोपी पकड़ लिए हो मगर खुलासा अभी अधूरा है। क्योंकि दो आरोपी अभी भी फरार हैं। सड़क पर अपराधियों का तांडव, बेबस पुलिस और अपराधों से दहली ताजनगरी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान भी उठा रही है।
हालांकि पुलिस के आला अफसरों का अपना तर्क है कि लगातार हो रही घटनाओं के खुलासे के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है और जल्द ही सभी घटनाओं के खुलासे कर दिए जाएंगे।
मंगलवार का वो काला दिन जब मलपुरा थाना क्षेत्र में स्कूल से घर जाती दसवीं कक्षा की छात्रा सँजलि को अज्ञात लोगों ने दिनदहाड़े सड़क पर पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया । संजलि जहां मौत और जिंदगी से अस्पताल में जूझ रही है तो वहीं संजली के परिजन आगरा पुलिस से कार्यवाही के लिए भीख मांग रहे हैं। मगर पुलिस अभी तक अपराधियों को पकड़ने में बेबस है और खाली हाथ है।
ताजनगरी में आई अपराधों की बाढ़ ने सियासत में भी खलबली मचा दी है। विपक्ष के लोग जहां एडीजी का घेराव कर आगरा में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए मांग कर रहे हैं तो वहीं समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यप्रणाली पर भी उंगलियां उठा दी हैं। महज 24 घंटे के अंदर तीन बड़ी वारदातों से अब सियासत भी गरमाने लगी है।
जैतपुर में दबंगों ने उर्मिला नाम की महिला को पेट में गोली मार दी। मौत और जिंदगी से अस्पताल में जूझती उर्मिला पुलिस से आरोपियों पर कार्यवाही की मांग कर रही है। पर शायद ताजनगरी में बढ़ते अपराध को लेकर खाकी बेबस और लाचार नजर आ रही है।
ताजनगरी आगरा की ये वो बड़ी 5 वारदातें हैं जहां अपराधियों को पकड़ना तो दूर पुलिस अभी तक अपराधियों के गिरेबान तक नहीं पहुंच पाई हैं। आगरा की सड़कों पर अपराधियों की धमाचौकड़ी के आगे पुलिस लाचार और बेबस है तो वहीं लगातार अपराधों को अंजाम देने वाले अपराधी पुलिस को मुंह चिढ़ा रहे हैं । पुलिस के आला अफसर टीमों का गठन कर जल्द खुलासे का दावा और वायदा तो कर रहे हैं। मगर पुलिस इन घटनाओं के खुलासे कब कर पाएगी इसका जवाब किसी के पास नहीं है।