Agra. प्रदेश में बढ़ती महंगाई और पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस के दामों में हो रही बेहताशा वृद्धि के विरोध में काँग्रेस कार्यकर्ता अब सड़कों पर उतर आया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में प्रदेश में 10 दिवसीय राज्यव्यापी आंदोलन की शुरुआत हो गयी है। जिसकी झलक आगरा में भी देखने को मिली। शहर कांग्रेस कमेटी की ओर से सदर तहसील में प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। शहर अध्यक्ष देवेंद्र कुमार चिल्लू के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठे। धरना प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बढ़ती महंगाई के विरोध में जमकर थालिया बजाई। थालियों की गूंज पूरे तहसील परिसर में गूंजने लगी और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सरकार पर आम उपभोक्ता व आम व्यक्ति का उत्पीड़न आरोप लगाते हुए कांग्रेस के नेताओं ने महंगाई के माध्यम से लोगों को स्लो पॉइजन दिए जाने की भी बात कही।
आवश्यक खाद्य वस्तुओं की कीमतों व बीजेपी की केंद्र सरकार द्वारा की जा रही पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस के दामों में हो रही प्रतिदिन वृद्धि को लेकर अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से 10 दिवसीय राष्ट्रव्यापी आंदोलन की तैयारी की है जिसके चलते उत्तर प्रदेश में अजय कुमार लल्लू को इस आंदोलन को चलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। उत्तर प्रदेश और देश में यह आंदोलन 7 जुलाई से 17 जुलाई तक चलाया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के निर्देश पर कांग्रेस पार्टी की ओर से सदर तहसील पर आंदोलन के पहले दिन धरना देकर महंगाई को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला गया
उत्तर प्रदेश व्यापार प्रकोष्ठ पश्चिमी जोन के चेयरमैन विनोद बंसल का कहना था कि आम व्यक्ति पहले से ही कोरोना संक्रमण की मार झेल रहा है। काफी लोगों के व्यापार खत्म हो गए तो काफी लोगों की नौकरियां तक चली गई। ऐसे में वो बमुश्किल दो वक्त की रोटी जुटा पा रहे है लेकिन उत्तर प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है। पेट्रोल और डीजल के दामों में बेहताशा वृद्धि कर गरीबों के जले पर नमक छिड़कने का काम किया जा रहा है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पेट्रोल इस समय लगभग ₹100 लीटर के आस पास आ गया है। जब कांग्रेस की सरकार थी और पेट्रोल लगभग ₹65 बिक रहा था तो भाजपा के कार्यकर्ता सड़कों पर कपड़े फाड़ रहे थे। कांग्रेस को कोस रहे थे लेकिन अब वही लोग सड़कों पर नजर नहीं आ रहे बल्कि घरों में छुप कर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार को आम व्यक्ति की चिंता नहीं है, उन्हें अपने व्यापारिक दोस्तों को फायदा पहुंचाना है लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को मजबूर किया जाएगा कि वह पेट्रोल और डीजल के दाम कम करें।
शहर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह चिल्लू का कहना था कि केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों व उद्योगपतियों से प्रेम के चलते बेतहाशा महंगाई बढ़ रही है जिसके बोझ तले जनता दबती जा रही है। इस विरोध में यह प्रदर्शन किए जा रहे हैं। 7 जुलाई से शुरू हुआ यह प्रदर्शन 17 जुलाई तक शहर भर में चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से महंगाई का विरोध किया जाएगा और महंगाई की मार झेल रहे आम व्यक्ति की आवाज व पीड़ा सरकार के कानों तक पहुंचाई जाएगी।
शहर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह चिल्लू का कहना था कि हाईकमान की ओर से जो निर्देश मिले हैं उसके अनुसार 7 जुलाई को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं द्वारा तहसील स्तर पर थाली बजाकर मंहगाई व पेट्रोल – डीजल की बेतहाशा बढ़ी कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन। 12 जुलाई को रिक्शा-तांगा-बैलगाड़ी द्वारा 5 किलोमीटर की यात्रा कर जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन। 14 -15 जुलाई को पेट्रोल पंपों पर हस्ताक्षर अभियान और 17 जुलाई को राज्य स्तरीय प्रदर्शन किया जाएगा।
पूर्व जिला अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने भी बढ़ती महंगाई को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि सरकार सुनियोजित तरीके से महंगाई बढ़ा रही है जिसका सीधा असर गरीबों को पड़ रहा है। उन्हें मालूम है कि कोरोना संक्रमण के कारण पीड़ित तबका किसी भी तरह की आवाज सरकार के खिलाफ नहीं उठा पाएगा लेकिन उन लोगों को यह नहीं मालूम कि कांग्रेस पार्टी इन पीड़ितों की आवाज बंद कर वर्तमान प्रदेश व केंद्र सरकार के कानों में हाहाकार मचा देगी।
महंगाई के खिलाफ हुए प्रदर्शन में शहर महिला कांग्रेस भी कहीं पीछे नजर आए नहीं आई। महिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष माया माहौर भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ तहसील पहुंची जहां शहर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह चिल्लू के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। सभी महिलाओं ने जमकर थालियां और तालियां बजाई। इस दौरान शहर अध्यक्ष महिला कांग्रेस माया माहौर का कहना था कि बढ़ती महंगाई की मार सबसे ज्यादा महिलाओं पर ही पड़ी है उनकी रसोई का बजट पूरी तरह से बिगड़ गया है। भोजन की थाली उसे खाद्य सामग्री कम हो रही है तो गैस का चूल्हा जलाते समय अब यही डर लगा रहता है कि कहीं गैस खत्म हो गई तो उसको कैसे भरवाया जाएगा क्योंकि कोरोना ने काफी लोगों के रोजगार ही छीन लिए और जमा पूंजी भी खत्म हो गयी हैं। इस दौरान उन्होंने महंगाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जमकर कोसा। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गरीब तबके के बारे में सोचना चाहिए जो इस समय बढ़ती महंगाई के कारण खून के आंसू रोने को मजबूर है।