आगरा। मोदी सरकार के वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से संसद में पेश किए गए सरकार के अंतिम बजट पर कांग्रेस नेताओं ने जमकर हमला बोला है। कांग्रेसियों का कहना है कि मोदी सरकार का अंतिम बजट वैसा ही है जैसे चुनाव के दौरान मोदी सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र जारी किया था।
इस बजट में तमाम घोषणाएं की गई हैं लेकिन वह बातें उस चुनावी घोषणा पत्र की तरह है जो कभी पूरी नहीं होती। इतना ही नहीं कांग्रेसियों ने इस बजट को आम जनमानस विरोधी बजट बताया। उनका कहना था कि इस बार भी मोदी सरकार ने आम व्यक्ति और नौकरीपेशा लोगों को राहत देने के लिए कोई भी कदम नहीं उठाए हैं। इनकम टैक्स स्लैब में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।
इतना ही नहीं मोदी सरकार ने 1% सेस बढ़ाकर शिक्षा और स्वास्थ्य सम्बंधित सुविधा को महंगा कर दिया है। अब आम व्यक्ति को शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए 4% सेस कर देना होगा। मोदी सरकार ने कस्टम ड्यूटी को भी बढ़ा दिया है जिसके बाद से टेलीफोन, मोबाइल और TV जैसे अन्य उपकरण महंगे हो जायेंगे।
कांग्रेसियों का कहना था कि इस बार के बजट में भी रेल यात्रियों को किसी भी तरह की रियायत नहीं दी गई है। इसलिये यह बजट सिर्फ सपने दिखाने वाला बजट है और इस बजट को पूरा करने के लिए मोदी सरकार जनता से एक बार फिर 5 साल मांगेगी लेकिन जनता अब समझ चुकी है और इस बार वह अपनी सही सरकार चुनेगी।