आगरा। लोकसभा 2019 के चुनावी मैदान में फतह हासिल करने के लिए कांग्रेस पार्टी भी राम नाम का सहारा ले रही है। राहुल गांधी के कांग्रेस की कमान संभालने के बाद से ही कांग्रेस पार्टी सॉफ्ट हिंदुत्व की तरफ बढ़ रही है। जिसकी झलक गुजरात में देखने को मिली थी जब चुनाव के दौरान पार्टी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मंदिरों में पहुंचे थे। अब यह सॉफ्ट हिंदुत्व उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश में भी नजर आएगा।
उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ता एक पखवाड़े तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलने का संदेश देने के लिए गली-गली ‘रामधुन’ गाएंगे।
कांग्रेस पार्टी अपने विचारों के साथ साथ राम नाम को भुनाने के लिए महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में विशेष पखवाडा चलाने जा रही है। इस पखवाड़े की शुरुआत 25 सितंबर से शुरू होगी जो दो अक्टूबर तक चलेगा।
इस अभियान को चलाने के लिए उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने प्रदेश के सभी पदाधिकारियों को पत्र लिखकर सूचित किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर की तरफ से इस कड़ी में पार्टी पदाधिकारियों को जारी चिट्ठी में कहा गया है कि सभी ब्लॉक और वॉर्ड अध्यक्ष अपने क्षेत्र के प्रदेश कांग्रेस कमिटी के सदस्य और दूसरे पदाधिकारियों के साथ 25 सिंतबर से एक अक्टूबर तक हर दिन ‘रामधुन’ गाते हुए प्रभात फेरी निकालेंगे। इस दौरान प्रभात फेरी में शामिल हर वर्कर के हाथ में एक प्लेकार्ड होगा। इस प्लेकार्ड पर लिखा होगा ‘हम बापू के 150वें जयंती वर्ष पर संकल्प लेते हैं कि हम उनकी सत्य और अहिंसा की विचारधारा की हत्या नहीं होने देंगे’।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने इसी के साथ चिट्ठी में वर्करों से आग्रह किया गया है कि वह दो अक्टूबर को बापू के जन्मदिन के मौके पर सभी जिलों में गांधी प्रतिमा पर एकत्र होकर उनकी विचारधारा पर चलने की शपथ लेंगे।
सियासी जानकारों का कहना है कि मॉब लिंचिंग, जातीय हिंसा, सांप्रदायिक तनाव, रेप और छेड़छाड़ की घटनाओं के बीच बीजेपी की तरफ से महात्मा गांधी की जयंती पर कई प्रोग्राम करने की आहट के बाद बापू की विचारधारा ‘सत्य और अहिंसा’ का संदेश देकर लोगों में पैठ बनाने की कांग्रेस की यह रणनीति है।
करीब तीन दशक से सूबे की सत्ता से बेदखल कांग्रेस सियासी मजबूती हासिल करने को बेताब है। यही वजह है कि वह आए दिन जनता को जोड़ने के लिए नए-नए प्रोग्राम और अभियान चला रही है। अब महात्मा गांधी के सहारे जनाधार बढ़ाने की कोशिश है।