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झूलेलाल मेला में दिखे भक्ति, कला और संस्कृति के रंग, माता वैष्णों देवी की गुफा रही आकर्षण का केन्द्र

by admin

आगरा। भक्ति के साथ सिंधी कला, संस्कृति और खान-पान के अनूठे संगम से समाहित दो दिवसीय झूलेलाल मेला में आज देशभक्ति के रंग भी नजर आए। एक ओर जहां देव लोक और माता वैष्णों देवी की झांकी थी तो वहीं सिंधी गीत और नृत्य का उत्सव। सिंधी व्यंजनों की महक बिखेरते छोला-डबल, साई भाजी-चावल, भीह आलू (कमल ककड़ी) की सब्जी, सेइल फुल्का, मालपुड़ो तो वहीं सिंधी परिधानों की भी स्टॉल थी। कोठी मीना बाजार में जय झूलेलाल मेला आयोजन समिति द्वारा दो दिवसीय झूलेलाल मेले का शुभारम्भ कुछ ऐसे ही अनूठे अंदाज में हुआ। जिसमें बच्चों से लेकर युवाओं और बुजुर्गों ने उत्साह व उमंग के साथ भाग लिया।

प्रवेश द्वारा पर ही विराजमान वरुणावतार भगवान झूलेलाल को नमन करते हुए श्रद्धालुओं ने मेले में प्रवेश किया। आगे थी जूट, बोरी और पत्थरों से तैयार की गई माता वैष्णों देवी की ईको फ्रैंडली गुफा। जहां शीश नवाकर श्रद्धालु बाहर निकले तो आकर्षक झांकी के रूप में माता के भक्त भैरोंनाथ के दर्शन मिले। कैलाश पर्वत पर विराजमान भगवान रुद्र के अलौकिक दर्शन के बाद सजा था वरुणावतार भगवान झूलेलाल जी का भवन। जहां स्वामी लीलाशाह के साथ सिंधी समाज के दर्जनों संतों की झांकी हर श्रद्धालु को लुभा रही थी। देव लोक के साथ गोवर्धन पर्वत की झांकी की श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव के साथ परिक्रमा भी लगाई। मेले में बच्चों ने झूलों का भी खूब आनन्द उठाया।

कोठी मीना बाजार मैदान में जय झूलेलाल मेला आयोजन समिति द्वारा आयोजित दो दिवसीय झूलेलाल मेला का हुआ शुभारम्भ सोमनाथ धाम के योगी रुद्धनाथ, रंगूराम धाम के संत गुरमुखदास उदासीन ने भगवान झूलेलाल का पूजन व आरती कर किया।

सेना के नौजवानों को किया सम्मानित

मेले में अमर शहीद हेमू कालानी जन्मशताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में सेना के जवानों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसमें सेना के रायफल मैन मनीष, हवलदार हरदीप, मानवेन्द्र, मुक्ता, नारू, वीरेन्द्र शामिल थे। मेले में पहले दिन शहीदों को समर्पित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। जिसमें एम एस डांस स्टूडियों के 20 बच्चों ने तेरी मिट्टी में मिल जांवा…, सुनो गौर से दुनियां वालों… जैसे गीतों पर प्रस्तुति देकर हर दिल में जोश भर दिया। वहीं फिरोजाबाद से आए जादूगर देव की प्रस्तुति बच्चों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी रही। 27 मार्च को शाम 06 बजे से सिंधी रॉक स्टॉर जतिन उदासी अपनी प्रस्तुति से शाम को संगीत के रंगों से सजाएंगे।

जब अमिताभ बच्चन संग खेली होली…

मेले में पहुंचे सिंधी समाज के लोगों ने अमिताभ बच्चन संग होली खेले रधुवीरा अवध में… पर खूब धमाल किया। शहंशाह के गाने अंधेरी रातों में सुनसान राहों पर… के साथ जैसे ही अभिताभ बच्चन (जूनियर अमिताभ राजकुमार भगत्यानी) की ट्री हुई, सीटियों और तालियों की गड़गड़ाहट से मेला परिसर गूंजने लगा। कई लोग जूनियर अमिताभ को असली अमिताभ समझ अचम्भित हो गए। जूनियर अमिताभ ने मायो नचो दमा दम, चई करे झूलेलाल… सिंधी गीत के साथ कजरारे कजरारे मेरे कारे कारे नैना…, व बच्चों संग मैडली पर मस्ती और उमंग के साथ मेले को संगीत व कला से रंगों से सजा दिया। सुरक्षा की जिम्मेदारी श्री सोमनाथ धाम व सिन्धी यूथ क्लब के समर्पित कार्यकर्ताओं ने संभाली।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि केन्द्रीय मंत्री प्रो. एस पी सिंह बघेल, मंत्री सुपुत्र अलौकिक उपाध्याय, वरिष्ठ समाजसेवी जीवतराम करीरा, शोभाराम पुरुसवानी, मेला व्यवस्था प्रमुख हेमन्त भोजवानी, संयोजक महेश मंघरानी, गिरधारीलाल भगत्यानी, सूर्यप्रकाश मदनानी, जितेन्द्र त्रिलोकानी, सुनील करमचंदानी, प० भूपेन्द्र शर्मा, सुन्दरलाल हरजानी, सुरेश सीतलानी, श्याम भोजवानी, नरेश लखवानी, प्रदीप वनवारी, हरीश टहल्यानी, वासदेव ग्यामलानी, डा० जे एल पुरुसनानी, मनोज नोतनानी, चिम्मन पेरवानी, लक्ष्मण भावनानी, संजय नोतनानी आदि मौजूद रहे।

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