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मुलायम सिंह यादव के निधन पर सीएम ने की तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा

by admin

Agra. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया। उन्होंने गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में लगभग 8:30 बजे अंतिम सांस ली। उनके निधन पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है और कहा कि मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा।

मुलायम सिंह यादव काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे और हाल ही में स्वास्थ्य अधिक खराब होने पर उन्हें गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। पिछले चार दिनों से उनके स्वास्थ्य में खास सुधार नहीं हो रहा था। सपा पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की निधन की खबर जैसे ही हॉस्पिटल से बाहर आई। पार्टी कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई। अस्पताल में समर्थकों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है। प्रत्येक कार्यकर्ता व समर्थक की आंखें नम थी।

किसान परिवार में जन्मे

पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव इटावा के सैफई के रहने वाले थे। मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवम्बर 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में मूर्ति देवी व सुघर सिंह यादव के किसान परिवार में हुआ था। वह अपने पाँच भाई-बहनों में रतनसिंह यादव से छोटे थे। उनसे छोटे भाई-बहनों में अभयराम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, राजपाल सिंह और कमला देवी हैं। प्रो. रामगोपाल यादव इनके चचेरे भाई हैं। मुलायम सिंह यादव पूरे परिवार को एक साथ लेकर चलने वाले थे। इसीलिए परिवार का हर सदस्य भी उनकी बात को सर आंखों पर रखता था।

राजनीति का सफर

मुलायम सिंह यादव अपने छात्र काल से ही राजनीति में आ गए थे। राजनीति काल से ही छात्रों की समस्याओं के लिए वह संघर्ष करते हुए नजर आए थे। छात्र राजनीति का लंबा सफर तय करने के बाद वह कुछ समय तक इंटर कॉलेज में टीचर भी रहे। इसके बाद उनकी प्रदेश की राजनीति में प्रवेश हुआ। 1977 में वह पहली बार उत्तर प्रदेश की जनता पार्टी की सरकार में राज्य मंत्री बने। चरण सिंह के करीबी रहे मुलायम 1980 में लोक दल के अध्यक्ष बने और 1982 में विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बने। जनता दल की जीत के बाद वह पहली बार 1989 में यूपी के मुख्यमंत्री बने।

1992 में किया सपा का गठन

मुलायम सिंह यादव की राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी अधिक थी। वह राजनीति में रहकर गरीब की मदद करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने 1992 में उन्होंने समाजवादी पार्टी का गठन किया और 1993 में दूसरी बार उत्तर प्रदेश के सीएम बने। 2003 में वह तीसरी बार यूपी के सीएम बने। 2004 में उन्होंने गन्नौर विधानसभा सीट पर रिकॉर्ड वोटों से जीत की थी।

आठ बार विधायक – सात बार सांसद

मुलायम सिंह यादव राजनीतिक क्षेत्र में कितने लोकप्रिय थे, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अपने राजनीतिक जीवन काल में मुलायम सिंह यादव आठ बार विधायक और सात बार सांसद चुने गए। वह मैनपुरी से छह बार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके थे। 1982 से 87 तक विधान परिषद के सदस्य रहे। 1996 से 1998 तक मुलायम सिंह केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री रहे। उन्होंने 1996 में पहली बार मैनपुरी लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी। इसके बाद वह लगातार जीतते रहे। 2019 में उन्होंने आखिरी बार मैनपुरी से जीत हासिल की थी।

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