Agra. कोविड-19 महामारी के दौरान माता-पिता व संरक्षकों को खोने वाले बच्चों को पालन पोषण, शिक्षा व संरक्षण के लिए उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की गई। योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया जिसका लाइव प्रसारण भी दिखाया गया। जिले में कार्यक्रम का लाइव प्रसारण हुआ जिसमें विधायक रानी पक्षालिका सिंह और विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डा. साक्षी बैजल, डीएम, सीडीओ, एडीएम नगर, नगर मजिस्ट्रेट व जिला प्रोवेशन अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर जनपद में जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा चिन्हित 26 बच्चों/लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए गए।
लाइव प्रसारण में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बटन दबाकर ही योजना के लाभार्थी बच्चों के वैध संरक्षकों के बैंक खाते में उनके संरक्षण और देखभाल की राशि का हस्तांतरण कर दिया गया। प्रदेश में 4.86 करोड़ की राशि के हस्तांतरण के साथ ही लाभार्थी बच्चों के खाते में चार हजार रूपये प्रतिमाह के हिसाब से तीन महीने की अग्रिम राशि के रूप में 12 हजार रूपये पहुंच गए।
लोकभवन में प्रतीकात्मक रूप से मौजूद लखनऊ के 10 लाभार्थी बच्चों को स्वीकृति पत्र, स्कूल बैग व चाकलेट सौंपने के साथ ही मुख्यमंत्री ने उन बच्चों को प्यार से दुलारा भी और एक सन्देश दिया कि – सरकार माता-पिता की कमी तो नहीं पूरा कर सकती किन्तु उनका हर दु:ख-दर्द जरूर बांट सकती है। इसलिए वह अपने को एक पल के लिए भी असहाय न महसूस करे। कोविड-19 से प्रभावित, अनाथ व संकटग्रस्त हुए इन बच्चों का दु:ख-दर्द बांटने के लिए राजधानी के लोकभवन के साथ ही प्रदेश के सभी जिलों में भी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जहां पर जिलाधिकारी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों ने इन बच्चों का दु:ख-दर्द बांटा।
जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि पात्र बच्चों के संबंधित वैध संरक्षक, आवेदकों के खाते में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत चार हजार रुपेय प्रतिमाह के अनुसार तीन माह की कुल 12 हजार रुपये की धनराशि खाते में जल्द ही हस्तांतरित की जाएगी। आज 26 लाभार्थी बच्चों को इस योजना का लाभ मिला है।