आगरा। शहर में अवैध व जहरीली शराब का धंधा खूब फल फूल रहा है। शराब माफिया आबकारी विभाग की नाक के नीचे अवैध तरीक़े से अपने इस व्यापार को संचालित कर रहे हैं और आबकारी को इसकी भनक तक नही है। शुक्रवार को इस अवैध शराब के गोरखधंधे का खुलासा सिकंदरा पुलिस ने किया। क्षेत्रीय पुलिस ने इस धन्धे में संलिप्त पांच लोगों को हिरासत में लिया है और अवैध शराब के साथ रिपैकेजिंग का सामना भी बरामद किया है। इस पूरे मामले का खुलासा सीओ हरीपर्वत गोपाल चौधरी ने प्रेसवार्ता के दौरान किया।
सीओ गोपाल चौधरी ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि सिकंदरा पुलिस को सूचना मिली थी कि आवास विकास सेक्टर 16 में अवैध रूप से शराब का गोरखधंधा चल रहा है इस सूचना पर पुलिस ने अपनी कार्यवाही को अंजाम दिया तो सभी के होश उड़ गए। भारी मात्रा में हरियाणा मार्का की शराब थी और उस शराब को ब्रांडेड शराब की बोतलों में भरकर रिपैकेजिंग की जा रही थी। इस कारोबार से जुड़े पांच लोगों को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार किया।
सीओ गोपाल चौधरी ने बताया कि बड़े पैमाने पर इस अवैध शराब का गोरखधंधा फैला हुआ है। पुलिस की गिरफ्त में आये आरोपी हरियाणा से शराब लाते थे और उसकी ब्रांडेड कंपनियों में रिपैकेजिंग करते थे। ब्रांडेड कंपनियों की बोतल के लिए इन्होंने कूड़े बीनने वालो और कबाड़ियों से संपर्क कर रखा था जिनसे यह इंपीरियल ब्लू, रॉयल स्टेग और अन्य कंपनियों की खाली बोतल लेते थे और इसमे इस खराब शराब को भरकर बेच देते थे। इस शराब को यूपी की बनाने के लिए उन्होंने नकली सील और बोत्तल के ढक्कनों का भी इंतजाम कर रखा था। ब्रांडेड कंपनियों की बोतल में शराब भरकर यह फुटकर के रूप में दुकानों पर सप्लाई कर देते थे।
सीओ हरिपर्वत गोपाल चौधरी ने बताया कि इस अवैध कारोबार का मुखिया सुधीर गुप्ता नाम का व्यक्ति है जो अपने साथियों ले साथ इसे चला रहा था। सुधीर गुप्ता के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज है। इसलिए इसपर गैंगस्टर की कार्यवाही की जाएगी और सभी को जेल भेजा जा रहा है।
फिलहाल कुछ भी हो लेकिन आगरा पुलिस को मिली बड़ी सफलता के बाद शराब के अवैध कारोबार को रोकने की जिम्मेदारी जिस विभाग की है अब उस विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा होना लाजमी है।