भाजपा में आपसी विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। कार्यकर्ताओं ने अपने ही प्रत्याशियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सादाबाद से विधायक प्रत्याशी रामवीर उपाध्याय के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने जलेसर विधानसभा के प्रत्याशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हाथों में टेंपलेट लेकर सभी भाजपा एटा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बैठक स्थल पर पहुंचे और अपना आक्रोश व्यक्त करने के लिए नारेबाजी भी शुरू कर दी।
जलेसर से भाजपा प्रत्याशी हैं संजीव दिवाकर
भाजपा ने संजीव कुमार को भाजपा प्रत्याशी बनाया है जो वर्तमान में विधायक भी है। विधानसभा के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि हाल ही में जिला पंचायत का जब चुनाव हुआ था तो विधायक विषय पर सपाइयों को वहां पर जीत मिली। उनका साफ तौर से आरोप है कि भाजपा विधायक नहीं चाहते थे कि जिला पंचायत में भाजपा को जीत मिले इसीलिए उन्होंने छह की छह सीटों को ही बेच दिया।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की बैठक में पहुंचने से पहले ही जलेसर विधानसभा के कार्यकर्ताओं ने अपना आक्रोश व्यक्त किया। हाथों में पंपलेट लेकर उन्होंने ‘संजीव दिवाकर विधायक प्रत्याशी के रूप में नहीं चाहिए’ इसके नारे लगाए। उनका कहना था कि संजीव दिवाकर भाजपा विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है और भाजपा को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा की बढ़ेंगी मुश्किलें
जिस तरह से भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने ही विधायक प्रत्याशियों के विरोध में मोर्चा खोला हुआ है। उससे साफ है कि विधानसभा का यह चुनाव भाजपा के लिए आसान वाला नहीं होगा। क्योंकि जिन प्रत्याशियों के विरोध में भाजपा कार्यकर्ता है, वह उसी से संभवत हार सकते हैं।