आगरा। प्रदेश भर में पार्टी संगठन को मजबूत करने व प्रदेश की जनता की नब्ज टटोलने के लिए पूर्व कैबिनेट मंत्री अभिषेक मिश्रा व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लोहिया वाहिनी प्रदीप तिवारी आगरा आगमन पर पत्रकारों से रूबरू हुए। पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री अभिषेक मिश्रा ने योगी व मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उनका कहना था कि कोरोना संक्रमण को लेकर मोदी व योगी सरकार ने ठोस कदम नहीं उठाये जिसके कारण देश व प्रदेश में कोरोना संक्रमण अधिक फैला।
पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा का कहना था कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। इसका जीता जागता उदाहरण हाथरस कांड है। हाथरस कांड में पीड़िता की 7 दिनों तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई। देश का हर व्यक्ति यह जानना चाहता है कि साथ दिनों तक किसके फोन पर एफआईआर रुकी रही। पीड़िता 14 दिनों तक अलीगढ़ के ही मेडिकल कॉलेज में इलाज होता रहा जहां उसकी स्थिति और बिगड़ गई। जब सपाइयों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आवाज उठाई धरना प्रदर्शन किया तो 14 दिनों बाद उसे दिल्ली भेजा गया जबकि सपाइयों की मांग की कि उसे उसका इलाज निर्भया फंड से कराए जाए और बेहतर इलाज के लिए उसे देश के बाहर भेजा जाए लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया बल्कि पीड़िता की आवाज उठाने पर सपाइयों पर मुकदमे दर्ज करा दिए गए।
हाथरस कांड को लेकर पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा इस घटना से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बाहर से फंडिंग होने की बात कही जा रही है। अगर ऐसा है तो यह सरकार का सबसे बड़ा फेलियर है क्योंकि अगर विदेशों से इस कांड को हवा देने के लिए फंडिंग हुई तो इसके लिए सरकार का गृहमंत्रालय व वित्तमंत्रालय जिम्म्मेदार है। इस बयान से ऐसा लगता है कि सरकार पूरी तरह से फेल है।
पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा बढ़ते भ्रष्टाचार को लेकर भी योगी सरकार पर निशाना साधा। उनका कहना था कि इस सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। आम व्यक्ति भ्रष्टाचार से पीड़ित होकर मदद के लिए इस सरकार के सांसद मंत्री व विधायकों को खोज रहा है लेकिन सभी लापता है, ऐसे में पीड़ित व्यक्ति कहाँ जाए।
अभिषेक मिश्रा का कहना था यह सरकार लोगों को रोजगार नहीं दे पा रही है और जिन लोगों के पास नौकरी है। उन्हें भी 50 साल के होने के नाम पर निकाला जा रहा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सपा पार्टी मजबूती से सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही है। सरकार के पांच साल की संविदा पर बेरोजगारों को नौकरी पर रखने के सवाल पर उनका कहना था कि सरकार बेरोजगार लोगों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। आने वाले समय में यही जनता योगी सरकार की संविदा समाप्त कर देगी। इस समय सरकार अहंकार में चूर है। सरकार सिर्फ मन की बात कह रही है और जनता की कोई सुनवाई नहीं की जा रही है जबकि सपा सरकार में फरियादी की पहले सुनी जाती थी और फिर बाद में उसका काम होने पर उसके साथ मन की बात की जाती थी।
अभिषेक मिश्रा ने बताया कि प्रदेश भर में भ्रमण के दौरान आम जनमानस से वार्ता हुई तो उनका दर्द सामने आया। लोगों ने बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी को लेकर सरकार पर अपनी तीखी प्रतिक्रियाएं दी है। सपा ही आम जनमानस के बीच जाकर उनकी लड़ाई लड़ रहा है। इस विधानसभा चुनाव को पार्टी अपने दम पर लड़ेगी और पूर्ण बहुमत से एक बार फिर प्रदेश की जनता सपा पार्टी को मौका देगी।