आगरा। फिरोजाबाद और कानपुर जिले में कच्ची शराब से मौत के बाद शासन स्तर से आए दिशा निर्देशों का पालन करते हुए आगरा आबकारी विभाग और पुलिस कुंभकरण की नींद से जाग उठी है। आपको बताते चलें कि जब भी कभी इस तरीके की घटनाएं प्रकाश में आती है तो आनन-फानन में शासन स्तर से आए दिशा निर्देशों का पालन कराने के लिए पुलिस की कार्यवाही में तेजी देखी जाती है। मगर कुछ दिन बीत जाने के बाद फिर संबंधित विभाग आराम से चैन की नींद सो जाते हैं।
रविवार को सीओ सदर महेश कुमार और आबकारी इंस्पेक्टर रजनीश कुमार के नेतृत्व में ताजगंज थाना क्षेत्र के कलाल खेरिया इलाके में बड़ी कार्यवाही की गई। यहां पहुंचे आबकारी विभाग और पुलिस के अधिकारियों ने देशी शराब के ठेके पर जब शराब को चेक किया तो जानकारी में आया कि सरकारी देसी शराब के ठेके से नकली शराब की बिक्री होलोग्राम लगाकर की जा रही है।

आबकारी विभाग इंस्पेक्टर रजनीश कुमार बताते हैं कि देशी शराब के ठेके पर तैनात मैनेजर से बातचीत के दौरान मालूम पड़ा कि इलाके में बड़े स्तर पर कच्ची शराब बनाई जा रही है जिसकी बिक्री आसपास के शराब ठेके और खोखो पर की जा रही है। बस इसी सूचना पर जब छापामार कार्यवाही की गई है तो एक महिला सहित तीन पुरुष को हिरासत में लिया गया है और शराब के ठेके पर नकली शराब बिक्री की संपूर्ण रिपोर्ट जिलाधिकारी आगरा को सौंपी जा रही है।
नकली और कच्ची शराब पर छापेमार कार्यवाही में आबकारी विभाग के साथ में स्थानीय पुलिस और सीओ सदर महेश कुमार भी मौजूद थे। सीओ सदर महेश कुमार का कहना है कि इलाके में कच्ची शराब और नकली शराब बेचने वालों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू किया गया है जिसमें पुलिस विधिक कार्यवाही कर रही है।
यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पूर्व में भी आगरा पुलिस और आबकारी विभाग के ज्वाइंट ऑपरेशन में नकली शराब और कच्ची शराब बनाने वाले माफियाओं पर कार्यवाही की गई है।