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कांग्रेस प्रत्याशियों की लिस्ट जारी होने पर मुस्लिम नेताओं में आक्रोश, प्रभारी-पर्यवेक्षक पर लगाए ये गंभीर आरोप

by admin
Anger among Muslim leaders over the release of the list of Congress candidates, these serious allegations against the in-charge supervisor

Agra.उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस हाई कमान ने अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। जैसे ही कांग्रेस प्रत्याशियों की लिस्ट जारी हुई और सभी के पास पहुँची तो उसे देखकर कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं में आक्रोश फैल गया। कांग्रेस के प्रत्याशियों की लिस्ट में आगरा जिले में एक भी मुस्लिम नेता को प्रत्याशी न बनाये जाने से कांग्रेस से जुड़े मुस्लिम नेता हाजी जामिलुद्दीन कुरैशी के घर पहुँचे और प्रदर्शन करने लगे। हाजी जामिलुद्दीन ने भी कांग्रेस हाई कमान के इस फैसले पर नाराजगी जताई और हाई कमान के इस फैसले से मुस्लिम समाज की अनदेखी करने की बात कही।

कांग्रेस हाईकमान की ओर से जारी की गई पहली लिस्ट में आगरा की 9 विधानसभा सीटों में से 7 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई। इन 7 सीटों में से कुछ सीटें ऐसी थी जो मुस्लिम बाहुल्य भी थी लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने इस बार एक भी मुस्लिम प्रत्याशी को तवज्जो नहीं दी और मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर भी अन्य समाज के व्यक्ति को अपना प्रत्याशी बनाया। मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर भी मुस्लिम कांग्रेस कार्यकर्ता को तवज्जो ना दिए जाने से कांग्रेस से जुड़े मुस्लिम समाज के लोग नाराज हैं और खुलकर कांग्रेस हाईकमान और पर्यवेक्षकों का विरोध कर रहे हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हाजी जमील उद्दीन कुरेशी के आवास पर हुई मुस्लिम समाज की बैठक के दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। कांग्रेस से जुड़े मुस्लिम समाज के लोगों का कहना था कि कांग्रेस को अपने पुराने वोट बैंक पर विश्वास जताना चाहिए था और कम से कम 1 सीट तो मुस्लिम समाज के व्यक्ति को मिलनी ही चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हाजी जमील उद्दीन कुरैशी ने तो मुस्लिम समाज की आगरा जिले में हुई उपेक्षा को लेकर आगरा के प्रभारी रहे रोहित चौधरी और पर्यवेक्षकों पर निशाना साधा। उनका आरोप था कि इन लोगों ने मिलकर मुस्लिम समाज के प्रति षड्यंत्र रचा है और हाईकमान को गलत रिपोर्ट भेजकर जिन लोगों से पैसे लिए उन्हें प्रत्याशी बनवा दिया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हाजी जमील उद्दीन तो कांग्रेस नेतृत्व के इस फैसले से इतने नाराज हुए कि उन्होंने तो दो टूक शब्दों में कहा कि कांग्रेस में टिकट बेची जाती है।दशकों से यही परंपरा चली आ रही है। जो व्यक्ति चुनाव लड़ना चाहता है। प्रत्याशियों से सांठगांठ करते हैं और मोटी रकम मिलने के बाद ही प्रभारी व अन्य नेतागण उसके नाम को आगे बढ़ाकर मुहर लगवा देते हैं। इस बार भी यही देखने को मिला। जिसका नतीजा है कि मुस्लिम समाज की उपेक्षा की गई हाजी जमील उद्दीन कुरैशी ने ट्वीट कर रोष भी व्यक्त किया है।

मुस्लिम समाज के नेताओं और अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आमिर का कहना था कि 9 में से लगभग 5 विधानसभा सीटों पर मुस्लिम समाज की संख्या ठीक-ठाक है और वह अपनी पकड़ भी रखता है अब जब कांग्रेस ने एक भी मुस्लिम प्रत्याशी आगरा जिले में नहीं बनाया तो वह मुस्लिम समाज के पास कैसे कांग्रेस के समर्थन में वोट मांगने के लिए जाएंगे। कांग्रेस हाईकमान ने यह कदम उठा कर अच्छा नहीं किया। जब मुस्लिम समाज कांग्रेस का समर्थन नहीं करेगा तो जिले की सभी सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की जमानत जब्त होना लाजमी है।

इस दौरान बैठक में मुख्य रूप से हाजी जमील उद्दीन कुरेशी, याकूब शेख, जलाल उददीन, अज़हर वारसी, डॉक्टर राशिद चौधरी, बासित अली, हबीब कुरैशी, आमिर आलू वाला, अदनान कुरैशी, इरफान कुरैशी,शानू कुरैशी आदि मौजूद रहे।

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