Home » हनुमान मंदिर तोड़े जाने की घटना पर अखिल भारत हिन्दू महासभा में उबाल, ADA गेट पर प्रदर्शन

हनुमान मंदिर तोड़े जाने की घटना पर अखिल भारत हिन्दू महासभा में उबाल, ADA गेट पर प्रदर्शन

by admin

Agra. देहतोरा में अवैध निर्माण के नाम पर एडीए द्वारा हनुमान मंदिर को तोड़े जाने की घटना को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है। गुरुवार को अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने जयपुर हाउस स्थित आगरा विकास प्राधिकरण कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। हिन्दूवादियों ने एडीए अधिकारियों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की और एडीए सचिव को ज्ञापन सौंप 72 घंटे के अंदर मंदिर का पुनः निर्माण कराए जाने की मांग की।

गुरुवार को अखिल भारतीय हिंदू महासभा के पदाधिकारी भारी संख्या में जयपुर हाउस स्थित कार्यालय पहुँचे। पैदल मार्च और नारेबाजी करते हुए हिंदीवादियों को एडीए की ओर आता देख कर्मचारियों ने विकास प्राधिकरण के गेट को अंदर से बंद कर ताला लगा दिया। इस घटना से हिंदू वादियों का आक्रोश सातवें आसमान पर जा पहुंचा। गेट बंद होने पर लोगों ने बाहर ही नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बीच आगरा विकास प्राधिकरण अधिकारियों से हिंदूवादियों की तीखी नोकझोंक हुई जिसकें बाद आगरा विकास प्राधिकरण सचिव राजेंद्र त्रिपाठी मौके पर पहुँचे। उन्होंने हिन्दूवादियों की बात सुनी और उनका ज्ञापन लिया।

All India Hindu Mahasabha boils over Hanuman temple demolition, demonstration at ADA Gate

मीडिया से रूबरू होते हुए अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट एवं प्रदेश अध्यक्ष सचिन प्रताप सिंह भदोरिया ने संयुक्त रूप से ऐलान किया कि अगर आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा 72 घंटे के अंदर तोड़े गए मंदिर का पुनः निर्माण नहीं कराया गया तो संगठन के कार्यकर्ता रविवार 20 जून 2021 को प्रातः 10:00 बजे बोदला चौराहे से देहतोरा के लिए जाएंगे और वहाँ मंदिर का निर्माण अपने हाथों से करेंगे। अगर इस दौरान क्षेत्र की शांति व फिजा खराब होती है तो उसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन एवं आगरा विकास प्राधिकरण की होगी।

अखिल भारत हिंदू महासभा के जिला अध्यक्ष रौनक ठाकुर का कहना था कि एक तरफ प्रदेश के मुखिया राम मंदिर का निर्माण करा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर स्थानीय प्रशासन राम भक्त हनुमान की मंदिर को तोड़ रहे हैं। स्थानीय प्रशासन सरकार की मंशा पर पूरी तरह से पलीता लगा रहा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अवैध निर्माण के नाम पर मंदिरों को तोड़े जाने की घटना को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर एडीए द्वारा पुनः मंदिर का निर्माण नहीं कराया गया तो उग्र आंदोलन होगा।

इस दौरान एडीए अधिकारियों का कहना था कि मंदिर को तोड़े जाने की कोई घटना नहीं हुई है, सिर्फ अवैध निर्माण को तोड़ा गया है।

Related Articles