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अर्जुन नगर गेट के पास टैम्परेरी यात्री लाउंज के लिए वायुसेना ने जगह की चिन्हित

by admin
Air Force identifies space for temporary passenger lounge near Arjun Nagar Gate

आगरा। अक्टूबर से पर्यटन सीजन प्रारंभ होता है, तभी आगरा की एयर कनेक्टिविटी को लेकर चिंतन मनन की प्रक्रिया भी चलती है और यह मार्च के तीसरे सप्ताह में पर्यटन सत्र समाप्ति के साथ खत्म हो जाती है लेकिन इस बार माहौल कुछ बदला हुआ है। एयरपोर्ट अथॉरिटी खुद एयर कनेक्टिविटी को बढाने के लिये प्रयासरत है। देश की कई कमर्शियल फ्लाइट आपरेटरों को प्रोत्साहित करने को प्रयासरत है। नागरिक उड़ानों को लेकर छोटी से छोटी पूछ ताछ को भी वह भरपूर महत्व दे रही हैं।

आगरा एयरपोर्ट के डायरेक्टर ए ए अंसारी ने सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा के प्रतिनिधिमंडल को एक औपचारिक मुलाकात में बताया कि कोरोना संक्रमण की लहर में नागरिक उड्डयन भी कई अन्‍य क्षेत्रों की तरह प्रभावित रहा है लेकिन अब स्‍थितियां कमोवेश सामान्‍य हैं। उन्‍होंने कहा कि नागरिक उड्डयन को हवाई यात्राओं के बढते प्रचलन से तो सकारात्‍मक स्‍थितियां बनी ही हैं, किन्‍तु सबसे ज्‍यादा अनुकूल प्रभाव पर्यटन उद्योग से पडता है।

अंसारी ने कहा कि आगरा आने वाले पर्यटकों की संख्या पूर्व वर्षों की तुलना में काफी अधिक रहना अनुमानित है, जो एयरलाइंसों के यहां से अपनी फ्लाइटों को शुरू करने की वजह साबित होगी। उन्‍होंने बताया कि वर्तमान में ‘इंडिगो’ के द्वारा अहमदाबाद -आगरा के बीच अपनी शेड्यूल्‍ड फ्लाइट शुरू की हुई है, जो फुल पैक रहती है। मुंबई, जयपुर और बेंगलुरु के लिये भी चलीं फ्लाइटों को भी यात्रियों की कमी कभी नहीं रही।
उन्‍होंने उम्‍मीद जताई कि आगरा में नयी फ्लाइटें शुरू करने को लेकर अच्छी संभावनाएं हैं, कई एयरलाइंसें इसके लिए जानकारियां भी मांग रही हैं। किन्तु जब बाकायदा पूरी तैयारी के साथ शेड्यूल्‍ड फ्लाइटों के प्रपोजल के साथ आगे आयेंगी तभी इसके बारे में आधिकारिक रूप से कुछ कहा जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि चार्टर प्लेन इस बार अधिक संख्या में आने की उम्मीद है, इनके क्रम की शुरूआत हो चुकी है। पर्यटन सत्र के दौरान यह तेजी के साथ बढेगी।

वायुसेना परिसर में सिविल एयरपोर्ट होने से आये दिन यात्रियों को होने वाली परेशानियों को दृष्टिगत टैम्परेरी टर्मिनल लाऊंज’ के लिये एयरफोर्स ने अर्जुन नगर गेट के पास जगह चिन्हित कर दी है। अब एयरपोर्ट अथॉरिटी यहां एक लाऊंज बना सकेगी। इस लाऊंज के बनने के साथ ही अर्जुन नगर गेट से सिविल एन्‍कलेव तक आने जाने वाले यात्रियों और उनके मेजबानों को होने वाली असुविधा खत्म हो जायेगी।

एक जानकारी में उन्होंने बताया कि आगरा में हमेशा कार्गो बिजनेस की संभावनाएं रही हैं, ‘इंडिगो’ ने इसे पहचान कर अपने ऑपरेशन में शामिल किया हुआ है। एयरलाइंस ने इसके लिए अर्जुन नगर में अपना डिपो बनाने की तैयारी कर ली है। जहां से सामान के पैकेट कलैक्‍ट और डिस्पोजल की व्यवस्था रहेगी। एयरपोर्ट चूंकि हाई सिक्‍यूरिटी जोन है, इस लिये पैकेट हैंडलिंग का काम पूरे प्रोटोकॉल के साथ ही संभव है।

एक अन्य जानकारी में अंसारी ने कहा कि बाउंड्री को पूरा करवाने तथा नयी टर्मिनल बिल्डिंग बनवाने का काम करवाने में अब कोई बाधा नहीं रह गयी है। उन्होंने बताया कि अगर टर्मिनल बिल्डिंग का पुराना टेंडर ही रिवाइज्‍ड किया जाना संभव हो सका तो निर्माण कार्य तेजी के साथ संभव हो सकेगी अन्यथा नयी टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।

सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा के अध्‍यक्ष डा शिरोमणी सिह ने कहा कि जब देश के किसी भी एयरपोर्ट से संबधित वायुयान संचालन से जनित प्रदूषण के आंकडे एकत्र नहीं हैं तो फिर शिफ्ट किये जा रहे सिविल एन्‍कलेव के संबध में ये क्‍यों मांगे जा रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि वह इस संबध में यू पी सरकार के माध्‍यम से आगरा के नागरिकों की इस वेदना को अवगत करवाने का प्रयास करेंगे। एयरपोर्ट अथॉरिटी (आगरा एयरपोर्ट डायरेक्टर) से मिलने वाले सिविल सोसायटी आगरा के प्रतिनिधि मंडल में अध्यक्ष डॉ शिरोमणि सिंह, जनरल सेक्रेटरी अनिल शर्मा और राजीव सक्‍सेना आदि शामिल रहे।

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