आगरा। भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ सिंह के वेस्ट यूपी में हाईकोर्ट न बनाये जाने के बयान को लेकर आगरा दीवानी के समस्त अधिवक्ताओं ने तीखा आक्रोश देखा जा रहा है। गुरुवार को आक्रोशित अधिवक्ताओं ने आगरा दीवानी में जमकर नारेबाजी की और मंत्री सिद्धार्थ सिंह का पुतला भी दहन किया। इससे दीवानी रोड़ पर जाम के हालात पैदा हो गए।
बताते चलें कि आगरा दीवानी के समस्त अधिवक्ता वर्षों से आगरा में जसवंत सिंह आयोग की रिपोर्ट लागू किए जाने और आगरा में हाईकोर्ट खंडपीठ की स्थापना किए जाने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। जहां एक तरफ पिछले दिनों सांसद खेल स्पर्धा के तहत मिनी मैराथन का शुभारंभ करने आए केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू हाई कोर्ट स्थापना को लेकर अधिवक्ताओं में उम्मीद की किरण जगा गए थे लेकिन अब मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने पश्चिम यूपी में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना न किए जाने का बयान दिया है जिसे लेकर अधिवक्ताओं में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
अधिवक्ताओं ने केंद्र व प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि ऐसे मंत्री को तत्काल हटाया जाए। कैबिनेट मंत्री ने ओछी मानसिकता से ग्रस्त होकर खंडपीठ मामले पर गलत बयानबाजी की है। खंडपीठ स्थापना आगरा का अधिकार है, इसे लेकर रहेंगे।
आंदोलन करने वाले अधिवक्ताओं का कहना था कि मंत्री सिद्धार्थ सिंह के बयान से जनपद आगरा के नहीं बल्कि आगरा के आसपास के 23 जिलों के अधिवक्ताओं और उनके परिवार में तीखा आक्रोश है। आक्रोशित अधिवक्ता जितना विरोध भाजपा के मंत्री सिद्धार्थ सिंह के बयान का कर रहे हैं। उतनी ही मांग दमदारी से मांग आगरा में हाईकोर्ट खंडपीठ की स्थापना के लिए कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओं ने ‘वी वांट हाईकोर्ट’ के नारे भी लगाए।
आंदोलन करने वाले अधिवक्ताओं ने साफ कर दिया है कि भले ही सरकार आंदोलन को कुचलने का प्रयास करें।मगर आगरा के अधिवक्ता अपना हक लेकर रहेंगे। वर्षों पुराना यह आंदोलन दबेगा नहीं।