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आगरा पुलिस ने नजरबंद किए किसान नेता, किसान बिल के विरोध में घरों पर लहराए काले झंडे

by admin
Agra police detained peasant leaders, waved black flags at homes in protest against farmers bill

Agra. किसान यूनियन के आवाहन पर काला दिवस मनाए जाने को लेकर आगरा जिले में कोई अप्रिय घटना ना हो, किसान उग्र प्रदर्शन ना कर सके इसको लेकर आगरा पुलिस प्रशासन ने सारी तैयारियां कर ली थी। बुधवार सुबह होते ही आगरा पुलिस किसान यूनियन के प्रमुख नेताओं के घर पहुंच गई और उन्हें नजरबंद कर दिया। जिसके चलते वह सड़कों पर उतर कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन ना कर सके।

आगरा के पिनाहट कस्बा और मंसुखपुरा के ककरौली ओन्ध में जैसे ही किसान यूनियन से जुड़े नेता विरोध प्रदर्शन के लिए अपने घर से निकले तो पहले से ही मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक दिया और बाहर निकलने ही नही दिया। इस बीच पुलिस कर्मियों से किसान यूनियन के नेताओं की कहासुनी भी हुई। नजरबंद होने के बाद इन किसान यूनियन ने अपने समर्थकों के साथ अपने घरों पर काले झंडे लगाकर सरकार का विरोध किया।

Agra police detained peasant leaders, waved black flags at homes in protest against farmers bill

थाना मलपुरा पुलिस द्वारा किसान यूनियन से जुड़े सपा नेता सोमेंद्र चौधरी को भी नजरबंद किया। वह भी अपने समर्थकों के साथ काफी समय से केंद्र सरकार के किसान बिलो का विरोध कर रहे हैं। काला दिवस को लेकर पुलिस उनके घर पहुंचे और उन्हें नजरबंद कर दिया और घर से नहीं निकलने दिया।

काला दिवस मनाए जाने को लेकर कांग्रेस नेता भी पीछे नजर नहीं आए। कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सड़कों पर तो नहीं उतरे लेकिन अपने-अपने घरों पर काला झंडा लगाकर केंद्र सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश जताया और कृषि कानून बिल को वापस लिए जाने की मांग की।

केंद्र सरकार के किसान बिलों के विरोध किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उन्हें 6 महीने बीत गए हैं लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है। इस विरोध प्रदर्शन को 6 महीने हो जाने के उपलक्ष में देश भर की किसान यूनियन ने बुधवार को काला दिवस मनाए जाने की घोषणा की थी।

किसान नेता घूरे लाल शर्मा का कहना था कि वह अपने समर्थकों और किसान भाइयों के साथ केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में अपना जुलूस निकालने जा रहे थे लेकिन पुलिस प्रशासन ने जुलूस निकालने से पहले ही उन्हें नजरबंद कर दिया और घर से नहीं निकलने दिया लेकिन यह सरकार किसानों की आवाज दबा नहीं सकेगी। सभी किसान भाइयों और यूनियन से जुड़े सभी नेताओं ने अपने अपने घरों पर काला झंडा लगाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया है।

वहीं कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा का कहना था कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ी हुई है। किसानों के आह्वान पर आज कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी मोदी सरकार के किसान विरोधी बिलों के विरोध में अपने अपने घरों पर काले झंडे लगाकर काला दिवस मनाया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ पश्चिमी जोन के चेयरमैन विनोद बंसल का कहना था कि किसान पिछले 6 महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर उनकी मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है इससे साफ है कि यह सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है।

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