आगरा। जिले की पुलिस व प्रशासन के उस समय होश उड़ गए जब उन्हें पता चला कि पूर्व IAS गोपीनाथ कन्नन नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में धरने पर बैठे छात्राओं के समर्थन में आगरा होते हुए अलीगढ़ जा रहे है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी इस सूचना पर दलबल के साथ सैंया टोल पर पहुँच गए। अलीगढ़ खुफिया विभाग से मिली सूचना पर जिले के पुलिस अधिकारियों ने सैंया टोल से गुजरने वाली गाड़ियों को चेक करना शुरू कर दिया। तभी एक ओला कार से पूर्व आईएसए गोपीनाथ को सैंया टोल हिरासत में लेकर उन्हें खेरागढ़ डाक बंगले में ले गए जहाँ उन्हें नजरबंद कर दिया गया। भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देकर चर्चा में आए पूर्व आईएएस गोपीनाथ कन्नन को ग्वालियर से अलीगढ़ जा रहे थे। सर्किल फ़ोर्स के साथ आईपीएस एसपी वेस्ट रवि कुमार मौके पर पहुँच गए और डाक बंगले में पूर्व आईएएस गोपीनाथ कन्नन से गहनता से पूछताछ शुरू कर दी।
आपको बताते चले कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में एएमयू में 15 दिसंबर को हुई हिंसा के बाद से छात्राएं धरने पर बैठी हुई हैं। अलीगढ़ खुफिया विभाग को सूचना मिली की पूर्व आईएएस अधिकारी गोपीनाथ कन्नन इस धरने को संबोधित करने के लिए अलीगढ़़ आ रहे हैं। सूचना के अनुसार पूर्व आईएएस अधिकारी स्विफ्ट कार से चालक के साथ ग्वालियर से अलीगढ़ आएंगे। खुफिया विभाग ने तुरंत इसकी जानकारी आगर पुलिस को दी गई और उन्हें रोकने के आदेश दिए गए।
शनिवार दोपहर जैसे ही पूर्व आईएएस अधिकारी की गाड़ी सैंया टोल पर पहुंची। मौके पर मौजूद आगरा पुलिस और क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया। पूर्व आईएएस अधिकारी ने जब कहा कि वे अलीगढ़ जा रहे हैं तो उन्हें आगरा में क्यों रोका गया है। इस पर उन्हें अलीगढ़ से मिला आदेश दिखाया गया। इसके बाद आगरा पुलिस उन्हें खेरा़गढ़ डाक बंगला ले गई। यहां उन पर धारा 144 के अंतर्गत पाबंद की कार्रवाई की गई। उनका मोबाइल भी बंद करवा दिया गया। डाक बंगला में पुलिस के आलाधिकारियो ने पूछताछ शुरू कर दी।
पूर्व आईएसए गोपीनाथ कन्नन ने पुलिस को चकमा देने का पूरा प्रयास किया और इसलिए वो अपनी कार के बजाए ओला कैब को हायर करके लाये लेकिन भारी संख्या में पुलिस को देखकर ड्राइवर भी घबरा गया और पुलिस ने ओला कैब से पूर्व आईएसए को हिरासत में ले लिया। इस दौरान ओला कैब के ड्राइवर की मुश्किलें भी बढ़ गयी उसे किराया तक नही मिला और उसकी कार भी जब्त कर ली। ड्राइवर का कहना था कि 4700 रुपये में कैब किराये पर अलीगढ़ के लिए की गयी थी।
सूत्रों की माने तो पुलिस के अलीगढ़ में तय कार्यक्रम के समापन के बाद ही पूर्व आईएएस गोपीनाथ कन्नन को निजि मुचलके पर छोड़ दिया जाएगा।