आगरा। मेंहताब बाग स्थित ताज व्यू प्वाइंट पर एडीए द्वारा आयोजित सांस्कृतिक आयोजन में प्रतिबंधित परिधि के उल्लंघन मामले में कमिश्नर अमित गुप्ता ने डीएम प्रभु एन सिंह को जांच के आदेश दिए हैं। 500 मीटर परिधि व पर्यावरण नुकसान के सम्बंध में रिपोर्ट मांगी गई है। कमिश्नर अमित गुप्ता ने बताया डीएम से जांच कराई जा रही है। उसके बाद निर्णय लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि आगरा विकास प्राधिकरण ने ताजमहल के पीछे महताब बाग में ताज व्यू प्वाइंट के प्रचार के लिए गीत संगीत व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया था जबकि सुप्रीम कोर्ट ने 500 मीटर परिधि में कार्यक्रम पर रोक लगा रखी है।
आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा ताजमहल के 500 मीटर दायरे में ताज व्यू प्वाइंट पर किए गए कांसर्ट के वीडियो और फोटो सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार को भेजे गए हैं। ताजनगरी के लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में ताज मामले के याचिकाकर्ता एमसी मेहता को भी यह वीडियो भेजने के साथ अवमानना का केस दायर करने के लिए चर्चा की है। ताज व्यू प्वाइंट ताज से महज 315 मीटर दूर है।
ठीक 11 साल पहले आगरा विकास प्राधिकरण के तत्कालीन उपाध्यक्ष तनवीर जफर अली महताब बाग से सटी जमीन पर लंदन आई की तर्ज पर आगरा आई और दशहरा घाट से महताब बाग के बीच सस्पेंशन ब्रिज की योजना लेकर आए थे। आगरा आई और ब्रिज की इस योजना को उन्होंने जैसे ही प्रचारित किया तो सुप्रीम कोर्ट के 500 मीटर प्रतिबंध की याद दिलाई गई। तब तक मामला लखनऊ में तत्कालीन मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी तक जा पहुंचा। शासन की फटकार के बाद एडीए उपाध्यक्ष को अपनी दोनों योजनाओं को निरस्त करना पड़ा।
इतना ही नहीं, ताज के 500 मीटर के अंदर रहने वाले लोगों के साथ यहां से नगला पैमा, जालमा समेत 15 से ज्यादा कॉलोनियों का रास्ता भी है। डीजल, पेट्रोल के वाहनों पर रोक के कारण पहले यहां निवासियों को पास जारी किए जाते थे। लेकिन इस बार आरटीओ ने वाहन पास जारी करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने प्रशासन की रोक का हवाला दिया। ऐसे में ये सवाल भी उठ रहा है कि जब 500 मीटर के दायरे में प्रशासन द्वारा तमाम गतिविधियों को लेकर इतनी सख्ती की जा रही है तो फिर ताजमहल से महज 315 मीटर की दूरी पर स्थित ताज भी पॉइंट पर इतना बड़ा आयोजन कैसे हो गया।