आगरा। बच्चों को अपनी चपेट में लेने वाला डेंगू अब धीरे-धीरे बड़ों को भी निशाने पर ले रहा है। डेंगू फीवर के चलते थाना एत्माद्दौला में तैनात एक सिपाही की मौत हो गई। महज 28 साल की उम्र के सिपाही सोनू कुमार की तबियत मंगलवार को खराब हो गई थी। उन्हें यमुना पार स्थित गोयल सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर देर रात डॉक्टरों ने सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया था। वहां भी हालत में सुधार न होने पर जब उन्हें दिल्ली ले जाया जा रहा था तभी रास्ते में सिपाही सोनू ने दम तोड़ दिया।
जिला अलीगढ़ के थाना गोंडा गांव गिडॉरा निवासी सोनू, जो 2015 के बेच में थे, सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। छह साल तक पुलिस में भर्ती रहने के बाद सिपाही सोनू को मंगलवार के दिन तबीयत खराब होने पर नजदीकी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। हॉस्पिटल में जांच कराने पर डेंगू की पुष्टि हो गई। बुधवार की सुबह एक लाख से प्लेटलेट्स घटकर 30 हजार रह गईं। जिसके उनकी तबियत बिगड़ती चली गई। आगरा के सिनर्जी हास्पिटल में उन्हें रेफर किया गया। शाम को एम्बुलेंस से चौकी प्रभारी राहुल कुमार उन्हें अपने साथ ले जाकर आगरा में बड़े हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां पर तबीयत ज्यादा बिगड़ गई।
गुरुवार की सुबह दिल्ली सर गंगाराम हास्पिटल ले जाने के लिए निकले ही थे कि अचानक रास्ते में सोनू ने अंतिम सांस ली। सोनू की मौत के बाद चौकी से लेकर थाने तक सभी पुलिसकर्मियों में शोक की लहर है। वहीं चौकी प्रभारी राहुल कुमार व राजीव गुप्ता, सिपाही भरत जो उसे अपने भाई की तरह प्यार करते थे, उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। सिपाही के निधन की जानकारी पुलिस ने परिजनों को दे दी है। सिपाही सोनू अपने पिता के इकलौते पुत्र थे। उनकी शादी करीब पांच साल पूर्व हुई थी। सोनू का एक बेटा भी है।