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आगरा पुलिस और प्रशासन के बीच बढ़ी खींचतान, SSI ने एसडीएम सदर के ख़िलाफ़ दी तहरीर

by admin

आगरा। आगरा प्रशासन और पुलिस विभाग के बीच आपसी खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है। शुक्रवार को एसडीएम सदर गरिमा सिंह के खिलाफ़ एसएसआई प्रेम सिंह ने थाना नाई की मंडी में तहरीर दी है और एसडीएम सदर पर कानूनी कार्यवाही की मांग की है। एसएसआई द्वारा तहरीर दिए जाने के बाद पुलिस व प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है जिसके बाद इस मामले को शांत किये जाने और प्रशासन और पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों के बीच मंथन शुरू हो गया है।

आपको बताते चले कि इस समय सरकारी योजनाओं के कार्यों को अंजाम देने के लिए लेखपालों को लगाया गया है लेकिन लेखपालों का आरोप है कि विगत कुछ दिनों से पुलिस द्वारा बेवजह ड्यूटी जाने और आने के दौरान उनके वाहनों के चालान किये जा रहे थे। गुरुवार को भी यही दृश्य देखने को मिला जिससे उन्होंने एसडीएम सदर से शिकायत की और कार्यों को न करने की बात कही। सरकारी कार्यो को अंजाम दे रहे लेखपालों के चालान होने से आक्रोशित एसडीएम सदर गरिमा सिंह कलक्ट्रेट तिराहे पर पहुँची। इस दौरान एसडीएम सदर की पुलिस व ट्रैफिक कर्मियों से कहा सुनी भी हुई थी और उन्होंने खड़े होकर एक गाड़ी पर चल रहे दो पुलिस कर्मियों के चालान भी कराये। इस दौरान एसएसआई प्रेमसिंह का भी चालान हुआ था।

एसएसआई ने अपनी तहरीर में कहा है कि थाना सदर से में सरकारी काम से जा रहा था। कलक्ट्रेट तिराहे पर एसडीएम महोदया ने मेरी गाड़ी रुकवाई। मैंने उन्हें सैल्यूट किया लेकिन उन्होंने ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को बुलाकर मेरा चालान करा दिया। चालान होने के बाद में ऑफिस चला गया। काम खत्म करके कुछ देर बाद में वापस लौटा तो फिर एसडीएम महोदया ने फिर मेरी गाड़ी रुकवाई और चालान कराने लगी। मैने कहा कि अभी मेरा चालान हुआ है तो लेखपाल टीम में से एक ने लात मारी, मैंने गाड़ी आगे बढ़ा दी जिससे लात मोटरसाइकिल के पहिए में लगी। इस दौरान विरोध किया तो एसडीएम महोदया द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए जाति सूचक शब्द कहे। तहरीर में कहा गया है कि कुछ दिन पूर्व भी एक लेखपाल के चालान किये जाने पर मुझसे अभद्रता की गई तब मैंने कहा कि चालान पुलिस द्वारा नहीं यातायात पुलिस द्वारा किया गया है। इस दौरान उन्होंने मुझसे मेरा नाम पूछा तो मैने प्रेमसिंह बताया। उन्होंने कहा कि प्रेमसिंह क्या तो मैने पूरा नाम प्रेमसिंह जाटव बताया तो एसडीएम महोदया बुरा मुंह बनाया। मैं उनकी भावनाओं से अवगत हो गया और सैल्यूट करके हट गया।

एसएसआई ने कहा कि कलक्ट्रेट तिराहे वाली घटना से में काफी आहत हूं इससे मेरा मानसिक उत्पीड़न हुआ है। इसलिए मेरा आवश्यक कार्यवाही के लिए निवेदन है।

वहीं एसडीएम सदर गरिमा सिंह ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए ने बताया कि सड़क पर लगे पुलिसकर्मी सरकारी काम में बाधा पहुंचा रहे हैं। सरकारी कार्यो को अंजाम दे रहे राजस्वकर्मियीं के भी चालान किये जा रहे हैं। पुलिस की वजह से सरकारी योजनाओं का काम समय पर नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में उच्च अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है।

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