Home » अग्रवाल समाज के बाद कोली-कोरी समाज भी भाजपा से हुआ नाराज़, वोट न देने का लिया फैसला

अग्रवाल समाज के बाद कोली-कोरी समाज भी भाजपा से हुआ नाराज़, वोट न देने का लिया फैसला

by admin
After Aggarwal society, Koli-Kori society also got angry with BJP, decided not to vote

Agra. भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें इस चुनाव में कम होती हुई नजर नहीं आ रही है। अंदर खेमे में मची कलह से भाजपा उबर नहीं पा रही है कि अब जो भाजपा के वोट बैंक रहे हैं अब उन्होंने भी मोर्चा खोलना शुरू कर दिया है। अग्रवाल समाज के बाद अब भाजपा के खिलाफ कोली-कोरी समाज ने भरी हुंकार भर ली है। आगरा की 9 विधानसभा सीटों पर कोली समाज के व्यक्ति को प्रत्याशी न बनाए जाने से कोरी-कोली समाज खासा नाराज है और बैठक कर अपनी रणनीति भी तैयार कर रहा है।

भारतीय जनता पार्टी का परंपरागत वोटर रहा कोली-कोरी समाज भी अपनी राजनीतिक हिस्सेदारी जताता रहा है। इसीलिए जहां-जहां कोली-कोरी समाज बहुसंख्यक स्थिति में है वहां से समाज के व्यक्ति को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग उठ रही है। आगरा जिले में कोली-कोरी समाज बहुसंख्यक है आगरा जिले की किसी भी सीट से प्रत्याशी न बनाए जाने के विरोध में अखिल भारतीय कोरी-कोली महासभा की ओर से एक आवश्यक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक के दौरान सभी लोगों ने भाजपा के इस दौहरे चेहरे की निंदा की और अपने साथ विश्वासघात होने की बात कही।

अखिल भारतीय कोरी-कोली समाज के प्रदेश अध्यक्ष भगवानदास संखवार का कहना है कि भाजपा ने 107 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं जिसमें से 18 विधानसभा आरक्षित थी। इन आरक्षित सीटों पर कोली-कोरी समाज के व्यक्तियों ने भी आवेदन किया था। मुख्य रूप से जहां समाज बाहुल्य अवस्था में उन 5 विधानसभा सीटों पर हमारी दावेदारी प्रबल थी लेकिन भाजपा ने उन विधानसभाओं पर भी अनदेखी की है जिसे समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। भगवानदास संखवार का कहना है कि जो भी राजनीतिक दल हमारे समाज को तवज्जो देगा, सम्मान देगा। इस विधानसभा चुनाव में हम उसी का साथ देंगे।

वहीँ अखिल भारतीय कोली समाज के जिला अध्यक्ष और पार्षद बंटी माहौर का कहना है कि इस चुनाव में तो भाजपा ने अपना असली चेहरा दिखा दिया है। हमेशा से समाज भाजपा का साथ देता हुआ आया है लेकिन इस बार भाजपा पार्टी ने समाज के साथ धोखाधड़ी की है। इस धोखाधड़ी का बदला इस चुनाव में लिया जाएगा। बैठक में निर्णय लिया गया है कि इस बार समाज भाजपा को वोट नहीं करेगा बल्कि जो पार्टी भाजपा को हराएगी उसका साथ देगा।

Related Articles