Agra. आगरा विकास प्राधिकरण की माली स्थिति को सुधारने के लिए एडीए ने अपनी उन सम्पतियों को खोजने का अभियान शुरू कर दिया है जिन्हें विभाग भूल गया था और वो विभाग के लिए विलुप्त हो चुकी थी। एडीए के उपाध्यक्ष डॉ राजेंद्र पेंसिया ने इस अभियान की शुरुआत की। एडीए उपाध्यक्ष डॉ राजेंद्र पेंसिया ने खुद इस अभियान के दौरान शहर के कई क्षेत्रों में भ्रमण किया और लगभग 8500 वर्ग मीटर व्यवसायिक भूमि को खोज निकाला, जिसकी अनुमानित कीमत 48 करोड़ बताई जा रही है।
आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का पद संभालते ही डॉ राजेंद्र पेंसिया ने अपने तेवर विभागीय अधिकारियों के साथ अवैध कब्जेदारों को दिखा दिए है। एक तरफ उन्होंने काम न करने वाले अधिनिस्थों के पेंच कस दिए है। विभाग की आर्थिक माली स्थिति को सुधारने के लिए उन्होंने बकायेदारों से वसूली के लिए नोटिस जारी किए है तो वहीं वर्षो से एडीए की जमीन पर कब्जा करके बेठे कब्जेदारों से भूमि को कब्जा मुक्त कराया है।
आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजेंद्र पेंसिया ने अब
एडीए की विलुप्त संपत्तियों की खोजबीन शुरू कर दी है। एडीए उपाध्यक्ष ने अधिनिस्थों को साथ लेकर शहर के कई क्षेत्रों में भ्रमण किया और उन्हें इसमें सफलता भी मिली। उन्हें नुनिहाई रोड के स्टोन मार्केट, रेडिसन होटल के पास, ताज नगरी फेज सेकंड में शंकर ग्रीन के पास, एडीए हइट्स के पास और सीएनजी गैस के ऑपोजिट साइड लैंड में एडीए की व्यवसायिक भूमि खोज निकाली है। यह लगभग 8500 वर्ग मीटर है जिसकी अनुमानित धनराशि कुल 48 करोड़ है।
आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने डॉ राजेंद्र पेंसिया का कहना है कि वर्षों से विलुप्त पड़ी हुई विभाग की संपत्ति को खोजा जा रहा है जिनको विभाग के अधिकारी भूल गए थे। यह अभियान 16 अप्रैल 2021 तक चलाया जाएगा और विभाग की जमीनों को खोज कर निकाला जाएगा। इन सभी रिक्त संपत्तियों के निस्तारण हेतु एक्शन प्लान बनाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।