आगरा। इलाज के नाम पर कोरोना मरीजों के साथ लूट करने वाले हॉस्पिटलों के खिलाफ आगरा के जिला अधिकारी पीएन सिंह ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है। सोमवार को जिलाधिकारी पी. एन. सिंह ने शहर के बेहतर व चुनिंदा हॉस्पिटलों में शुमार रवि हॉस्पिटल पर कार्यवाही की है। इस हॉस्पिटल को कोविड चिकित्सालयों की सूची से आउट किया है तो वहीँ उसे डिबार भी घोषित कर दिया है।
पूरा घटना क्रम सोमवार का है। बताया जाता है कि कृष्णा नगर निवासी अरुण कंसल कोरोना संक्रमित हुआ था जिसे परिवारीजनों में इलाज के लिए देहली गेट स्थित रवि हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। हॉस्पिटल प्रशासन ने अरुण के परिजनों को इलाज के नाम पर लगभग 9 लाख 60 हजार का बिल थमाया और इसमें से 4 लाख 65 हजार सिर्फ दवाइयों का ख़र्चा दिखाया गया है। जबकि शासन के साफ निर्देश है कि कोविड मरीजों से सिर्फ वर्णित व्यवस्था के अंतर्गत ही धनराशि लेने का प्रावधान है।
यह पूरा मामला जिलाधिकारी पी. एन. सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने कार्यवाही करने में देर नही की। रवि हॉस्पिटल को कोविड चिकित्सालयों की सूची से बाहर किया गया और उसे डिबार भी कर दिया गया। इसके बाद इस हॉस्पिटल में नए मरीज भर्ती नही होंगे बल्कि जो मरीज भर्ती है सिर्फ उनका ही इलाज किया जाएगा।
इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी कार्यालय से एक पत्र भी रवि हॉस्पिटल के लिए जारी किया गया है जिसमें इस बिल को लेकर स्पष्टीकरण भी मांगा गया है शासन के अनुरूप कार्य न होने पर कोविड के नए मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी गयी और डिबार घोषित किया गया है।