Agra. आगरा शादी समारोह में शिरकत करने आए सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पत्रकारों से रूबरू हुए। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने भाजपा पर खुलकर जुबानी हमला बोला। उनके द्वारा अपने आप को शूद्र कहे जाने पर तीखी टिप्पणी की और भाजपा को रिलीजियस साइंटिस्ट बताया।
पत्रकार वार्ता के दौरान राम चरित मानस पर चल रही राजनीति को लेकर अखिलेश यादव ने भी अपनी टिप्पणी दी उनका कहना था रामचरित मानस से कोई शिकायत नहीं है। वह भगवान राम को मानते हैं और रोज सुबह उठकर भजन भी सुनते है लेकिन जो गलत है वो गलत है।
सीएम योगी के शूद्र वाले मामले पर भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं हर परिभाषा को परिभाषित नहीं कर सकता हूं। योगी आदित्यनाथ सूबे के मुख्यमंत्री है और वह योगी है। संविधान की शपथ ली है। सबसे बड़ी बात कि वह उस फिल्म से आते हैं जहां वह इस परंपरा और सनातन को आगे बढ़ा रहे हैं। मैं जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यह नहीं जान लेता कि आखिरकार शूद्र क्या है तो मैं क्या टिप्पणी कर सकता हूं। कम से कम मुख्यमंत्री, भारतीय जनता पार्टी और उसके लोग कम से कम मुझे यह तो बताए कि आखिरकार शूद्र किया है। उन्होंने कहा कि यह 5000 साल पुरानी समस्या है, इसको आप 1 दिन में कैसे दूर कर सकते हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि आप इस मामले में रामधारी सिंह दिनकर की किताब पढ़िए। महाभारत का उसमें पूरा व्याख्यान है, तब आपको समझ में आएगा कि कर्ण किस तरह से अपने आप को बेहतर सिद्ध करने के लिए पूरे जीवन लड़ता रहा। क्योंकि वह शूद्र था। इसी पर उसे ताने मिला करते थे और से कितना अपमानित होना पड़ता था।
‘भाजपा के पास है रिलीजियस साइंटिस्ट’
भाजपा पर हमलावर होते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में देखिए बंदरों की नसबंदी कराई जा जा रही है जबकि बंदरों में हम अपने प्रभु हनुमान को देते हैं और हनुमान का स्वरूप ही उन्हें मानते हैं। ऐसे में भगवान की नसबंदी कराना कितना सही है। अगर इस पर सवाल उठाया जाए तो बीजेपी अपने आप को इस सवाल पर ही सही साबित कर देगी क्योंकि भाजपा के पास रिलीजियस साइंटिस्ट हैं। किसी धर्म, किसी जाति और हर मुद्दे पर धर्म को लेकर अपना नया निर्माण कर लेते हैं।
अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संविधान हमारा धर्म है। बाबा साहब आंबेडकर जिन्होंने संविधान रचा, उन्होंने भी प्रयास किया इस समाज से जातिवाद खत्म हो। डॉक्टर मनोहर लोहिया ने प्रयास किया कि जातिवाद खत्म हो जाए। नेताजी मुलायम सिंह यादव ने प्रयास कि जातिवाद खत्म हो जाए लेकिन यह सिर्फ प्रयास थे और प्रयास ही बने रह गए। कुछ ऐसी चीजें हैं जिनको हम नहीं बदल सकते। मैं अपनी बेटी को दूसरे समाज का नहीं बना सकता लेकिन आपने जो सवाल उठाया है उसका सही उत्तर भाजपा के रिलीजियस साइंटिस्ट के लोग आसानी से दे सकते हैं।