Agra. मंगलवार तड़के सुबह समाजवादी पार्टी के व्यापारी नेता विनय अग्रवाल के घर पर पुलिस पहुँच गयी। व्यापारी नेता को घर से बाहर नहीं निकलने दिया और उन्हें नजरबंद कर दिया। जानकरी के मुताबिक मंगलवार से सर्राफ कमेटी के साथ विनय अग्रवाल पुलिस के खिलाफ अनिश्चित कालीन धरना देने जा रहे थे लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें घर में कैद कर दिया।
लोहामंडी के सराफा बाजार में दिन दहाड़े सर्राफ की दुकान में हुई लूट की वारदात को 48 घण्टे बीत जाने के बाद भी बदमाशों की गिरफ्तारी न होने के विरोध में सर्राफ और स्वर्णकार कमेटी के साथ अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंच ने अनिश्चित कालीन बाजार बंद का ऐलान कर दिया था। इस पूरे प्रदर्शन की अगुवाई सपा के व्यापारी नेता विनय अग्रवाल कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें घर में नजरबंद कर दिया और धरने पर पंहुचने ही नहीं दिया।
इस बीच पुलिस ने सर्राफ कमेटी के धरना स्थल पर पहुँचकर धरने को खत्म करा दिया। इस पर सपा के व्यापारी नेता विनय अग्रवाल ने पुलिस प्रशासन व सरकार पर हमला बोला उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने आज मुझे नजर बंद करके अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को एक षड्यंत्र के तहत स्थगित करा दिया। निश्चित रूप से बहुत ही निंदनीय है। व्यापारी देश की रीढ़ की हड्डी है लेकिन उसे अपनी आवाज तक इस सरकार में उठाने नहीं दिया जा रहा है।
व्यापारियों की सिर्फ यही मांग थी कि लुटेरे जल्द से जल्द गिरफ्तार हो और घायलों को मुआवजा व उनके उपचार के लिए स्वास्थ्य सेवा मिले। व्यापारी की लूटी गई जंजीरों का मुआवजा भी व्यापारी को मिले। सभी सर्राफा बाजार के साथ साथ सभी बाजारों में पुलिस पिकेट लगातार भ्रमण करें, जब तक बाजार बंद ना हो जाए। लेकिन इन मांगों से ज्यादा प्रशासन धरने से डर गया और तानाशाही से धरना खत्म करा दिया।