आगरा। प्रदेश सरकार की सख्ती के बाद भी आगरा जिले की बाह विधानसभा में अवैध खनन थम नहीं रहा है। ऐसा नहीं है कि इस अवैध खनन की जानकारी प्रशासन और पुलिस को नहीं है लेकिन कोई सख्त कार्यवाही न होने से खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है।
ऐसा ही कुछ बाह विधानसभा के पिनाहट के विप्रावली घाट पर देखने को मिला। अवैध खनन की सूचना पर वन विभाग की टीम ने छापेमारी की तो यह छापेमारी वनकर्मियों के लिए ही मुसीबत बन गयी। वन कर्मियों और खनन माफियाओं के बीच जमकर फायरिंग हुई। जिसमें दो वन कर्मी घायल हो गए।
वन विभाग की ओर से इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय थाने में तहरीर देकर खनन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
वन विभाग को लगातार सूचना मिल रही थी कि विप्रावाली घाट से अवैध बालू खनन काफी तादाद में हो रहा है। इस सूचना पर वन विभाग की टीम ने छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया। वन विभाग टीम को देखकर विप्रावली घाट से खनन कर रहे माफिया बालू से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर भागने लगे। पीछा करने पर खनन माफियाओं ने वन कर्मियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश और वनकर्मियों के साथ मारपीट भी कर दी। इस बीच खनन माफियाओ ने अपने आप को बचाने के लिये फायरिंग तक कर दी तो वन विभाग के सचल दल ने भी जवाबी कार्यवाही की।
फायरिंग की सूचना पर क्षेत्रीय पुलिस भी मौके पर पहुँच गयी। पुलिस को देखकर खनन माफिया ट्रेक्टर छोड़ कर भाग गए। पुलिस ने ट्रेक्टर ट्राली को कब्जे में ले लिया है और इस घटना में घायल हुए वन कर्मचारियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।