आगरा। गुरुग्राम में साथी सीए के साथ हुए मामले के विरोध में मंगलवार को सीए इंस्टीट्यूट की आगरा शाखा ने कैंडल मार्च निकाला। बड़ी संख्या में सीए संजय प्लेस में शाखा परिसर के नजदीक जमा हुए। हाथ में मोमबत्ती, मांग की तख्ती लेकर गुरुग्राम के दोनों साथियों को न्याय दिलाने की मांग करते हुए शहीद स्मारक तक पहुंचे। यहां आयोजित सभा में गुरुग्राम के वाकये को रखा गया। भविष्य में इस प्रकार के मामले दोहराए न जाएं, इसके लिए सीए बिरादरी की एकता पर जोर दिया गया। इससे पहले आगरा के सांसद, सीजीएसटी आयुक्त एवं एसजीएसटी के अपर आयुक्त को ज्ञापन सौंपे गए। अधिकारियों द्वारा सीए प्रोफेशन को पूर्ण सम्मान देने की बात रखी गई।
यह है गुरुग्राम का मामला
सीए मोहन कुकरेजा ने बताया कि गुरुग्राम में जीएसटी विभाग द्वारा एक रिफंड जारी किया गया जो लगभग 15 करोड़ रूपए का था। बड़ी रिफंड राशि के लिए विभाग को करदाता से खरीद के बिल, जीएसटी पोर्टल अपलोड हुए बिल, व्यवसाय स्थल का भौतिक सत्यापन, सीए का प्रमाण पत्र आदि औपचारिकताएं होनी चाहिए थीं। इनकी जांच आदि के लिए सामान्यत: 15 दिन का समय लिया जाता है लेकिन उक्त मामले में ऐसा नहीं हुआ, कुछ ही घंटों में रिफंड जारी हो गया।
बाद में पता चला कि यह रिफंड बोगस कंपनी के पास गया है। यह जानकारी मिलने पर भी कंपनी या संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बजाए सीए सीए सुनील मदालवत एवं सीए गौरव धीर को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों सीए समझाते रहे कि उन्होंने तो विभाग के पोर्टल पर अपलोड बिल के आधार पर ही प्रमाण पत्र जारी किया है लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। उन्होंने कहा कि जब प्रोफेशनल मिसकंडक्ट के लिए आईसीएआई की अनुशासन समिति निर्णय लेती है। फिर सीए प्रोफेशन के विरुद्ध गिरफ्तारी जैसा कदम आपत्तिजनक है।
कैंडल मार्च और सभा में आयुष गोयल, सौरभ नारायण सक्सेना, साक्षी जैन, अजय जैन, नितेश गुप्ता, ऋषि अग्रवाल, निखिल गुप्ता, पंकज गुप्ता, सचिन बुबना, प्रार्थना जालान, दीपिका मित्तल, राजीव गोयल, प्रेम गुल, पंकज मिश्रा, प्रमोद सिंह चौहान आदि सीए मौजूद रहे।
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