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पिनाहट बवाल : पूर्व मंत्री राजा अरिदमन सहित 145 नामजद, 200 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज

by admin
Pinahat uproar: Case filed against 145 named, 200 unknown including Raja Aridaman

आगरा। पिनाहट में हुए बवाल में पूर्व कैबिनेट मंत्री राजा महेंद्र अरिदमन सिंह सहित 145 नामजद व 200 अज्ञात के खिलाफ थाना पिनाहट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। हूटर बजाने को लेकर कल दोनों की तरफ से भारी बवाल किया गया था। इसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे, दर्जनों गाड़ियां चकनाचूर हो गई थी।

पूर्व ब्लाक प्रमुख सुग्रीव सिंह चौहान के भाई भोलाराम की तहरीर पर थाना पिनाहट पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर लिया है। बड़ी बात यह है कि इस मुकदमे में पूर्व मंत्री राजा अरिदमन को 120 B यानी साजिशकर्ता बताया गया है। इस मुकदमे में 146 लोग नामजद और 200 लोग अज्ञात में दर्शाए गए हैं। इस मुकदमे में धारा 147, 148, 149, 323, 504, 506, 307 और 120B लगाई गई है। राजा अरिदमन के समर्थक पूर्व ब्लाक प्रमुख सुग्रीव सिंह चौहान के समर्थकों पर भी मारपीट, तोडफ़ोड और अन्य गंभीर आरोप लगा रहे हैं।

मंगलवार को पिनाहट थाना क्षेत्र के नंदगवा तिराहे पर पूर्व ब्लाक प्रमुख सुग्रीव सिंह चौहान और पूर्व मंत्री राजा अरिदमन के समर्थकों के बीच हुए बवाल का मामला अभी तक शांत नहीं हुआ है। दोनों ही समर्थकों के बीच आक्रोश अभी भी जारी है। बवाल और तनाव को देखते हुए इलाके को छावनी बनाया गया है। कई थानों का पुलिस फोर्स और पुलिस अधिकारी मौके पर डेरा डाले हुए हैं।

यह था मामला

दरअसल आपको बताते चलें कि मंगलवार को वर्चस्व की लड़ाई को लेकर पूर्व ब्लाक प्रमुख सुग्रीव सिंह चौहान और पूर्व मंत्री राजा अरिदमन के समर्थक आमने-सामने आ गए थे। दोनों समर्थकों के बीच दोनों ओर से नारेबाजी का दौर भी चला और नौबत मारपीट पथराव तक आ गई। इस पूरे घटनाक्रम में कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई और दोनों ओर के कई समर्थक भी घायल हुए। इस मामले में दोनों ही पक्षों के अपने आरोप और प्रत्यारोप हैं।

इलाके को छावनी बना दिया गया है। पुलिस बल तैनात है। जगह-जगह फ्लैग मार्च किया जा रहा है। पुलिस के आला अफसरों की दिशा निर्देश पर स्थानीय पुलिस कार्यवाही कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि पूर्व मंत्री राजा अरिदमन सिंह के समर्थकों की तहरीर पर पूर्व ब्लाक प्रमुख और उनके समर्थकों पर भी मुकदमा दर्ज हो सकता है। अब देखना होगा कि आने वाले चुनावी संग्राम में वर्चस्व की यह लड़ाई क्या रंग लाती है।

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