उत्तर प्रदेश के नोएडा में जबरन धर्म परिवर्तन मामले में यूपी एटीएस (UP ATS) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस मामले में यूपी एटीएस ने दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया है जो अवैध तरीके से लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन (Forcefully Religion Change) कराकर रहे थे। ATS को इस मामले में पुलिस को विदेशी फंडिंग होने के भी सबूत मिले हैं। गिरफ्तार किए गए उमर गौतम और जहांगीर काजमी दिल्ली के जामिया नगर के रहने वाले हैं लेकिन इसमें 100 से ज्यादा लोगों के शामिल होने की आशंका है। इस पूरे मामले का खुलासा एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने प्रेसवार्ता करके किया।
प्रेसवार्ता के दौरान एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि पिछले एक साल में 350 लोगों का धर्मांतरण कराया गया है। नोएडा के एक मूक बधिर स्कूल के भी 18 बच्चों का धर्मांतरण कराया गया। अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा चुका है। ये पूरा रैकेट पिछले दो साल से चल रहा था। उन्होंने बताया कि मामले में विदेशी फंडिंग के सबूत भी मिले हैं। उन्होंने ये भी बताया कि लोगों को डरा-धमकाकर और लालच देकर धर्मांतरण कराया जाता है।

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 2 जून को डासना में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। जांच में पता चला कि ये लोग जबरन धर्मांतरण कराते हैं। पकड़ा गया उमर गौतम खुद भी धर्म परिवर्तन कर हिंदू से मुस्लिम बन गया था। अब वह धर्मांतरण अभियान चला रहा था। उमर अपने साथी जहांगीर के साथ मिलकर अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों का जबरन धर्म बदलवा चुका है। ये लोग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से पैसे लेकर लोगों का धर्मांतरण कराते थे। उन्होंने ये बात खुद स्वीकार की है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ये लोग मथुरा, वाराणसी समेत यूपी के कई जिलों में धर्मांतरण करा चुके हैं। उन्होंने खुद कई मूक-बधिर महिलाओं का भी धर्म बदलाकर शादी कराने की बात कुबूल की है। उमर और जहांगीर ने नोएडा में चलाए जा रहे मूक-बधिर स्कूल के डेढ़ दर्जन बच्चों का भी धर्मांतरण कराया था। लखनऊ में दोनों पर कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
इस मामले में दर्ज हुई एफआईआर में आईडीसी इस्लामिक दावा सेंटर के चेयरमैन का नाम भी शामिल है। ये सेंटर दिल्ली के जामिया नगर C2 जोगाबाई एक्सटेंशन में है। इस दफ्तर में करीब 2 साल से जबरन धर्मांतरण का काम किया जा रहा है। ये लोग एक साल में 250 से 300 लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन कराते हैं और यही इनका लक्ष्य है।
गाजियाबाद में दर्ज एक केस की जांच के बाद धर्मांतरण की बात का खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक ये नेटवर्क काफी दिनों से ATS की रडार पर था। पुलिस पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह के दूसरे लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं।