आगरा। थाना एत्माद्दौला के यमुनापार स्थित जेडी हॉस्पिटल में 15 घंटे में 3 मौत हुईं है। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि ऑक्सीजन की कमी के चलते मौतें हुई हैं जबकि अस्पताल प्रबंधन ने एक मौत हार्ट अटैक की वजह से बताई है और बाकी दो की मौत का कारण स्पष्ट नहीं किया है। परिजन लगातार आरोप लगा रहे हैं कि उनके बार-बार पूछे जाने पर भी अस्पताल द्वारा मौत का सही कारण नहीं बताया गया। इसके चलते आज रविवार सुबह हॉस्पिटल के बाहर जमकर हंगामा भी हुआ।
ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित जेडी हास्पिटल में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है। आवास विकास सेक्टर 8 निवासी अभिषेक अग्रवाल को शनिवार रात भर्ती कराया गया था लेकिन सुबह 4:00 बजे उनकी मौत हो गई। वहीं अस्पताल में एडमिट 63 साल के बंगाली बाबू की अचानक तबियत बिगड़ गई। 2 दिन से अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था लेकिन इलाज के दौरान ही उनकी भी मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक मलपुरा निवासी एक मरीज की भी मौत हुई है। हालांकि जेडी हॉस्पिटल के संचालक एस के सिंह का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी जरूर है लेकिन इन तीनों मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हमारे पास 12 ऑक्सीजन सिलेंडर मौजूद है और 8 सिलेंडर स्टॉक में हैं। इसके साथ ही स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए कर्मचारियों को भेजा गया है।
आगरा में कोरोना की विकराल स्थिति को देखते हुए ऑक्सीजन की डिमांड 45 मीट्रिक टन तक पहुंच गई है। लेकिन पूरा जोर लगाने के बावजूद भी आगरा प्रशासन 30 मीट्रिक टन से ज्यादा ऑक्सीजन देने में असमर्थ है। गौरतलब है कि आगरा में मोदीनगर और रुड़की से 22 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई शाम तक होगी। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि 5 से 6 घंटे में ऑक्सीजन शॉर्ट्ज होने से कहीं शहर के हालात ना बिगड़ जाए। वहीं कई अस्पतालों ने मरीजों को डिस्चार्ज करना भी शुरू कर दिया है।