संविधान की दुहाई देकर विपक्षी दल को घेरने वाले अखिलेश यादव स्वयं संविधान की अवमानना कर रहे हैं और उनके द्वारा किया गया यह ट्वीट जातिवाद की राजनीति की ओर इशारा करता है। आपको बता दें उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 8 अप्रैल को एक ट्वीट किया था जिसे लेकर अब सोशल मीडिया पर एक हैश टैग ट्रेड कर रहा है और यह हैशटैग है -“Shame_On_You_AkhileshYadav” का।
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने द्वारा किए गए इस ट्वीट में लिखा,”भाजपा के राजनीतिक अमावस्या के काल में वो संविधान ख़तरे में है, जिससे मा. बाबासाहेब ने स्वतंत्र भारत को नयी रोशनी दी थी।इसलिए मा. बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती, 14 अप्रैल को समाजवादी पार्टी उप्र, देश व विदेश में ‘दलित दीवाली’ मनाने का आह्वान करती है।” अपनी बात को कहने के बाद अखिलेश यादव ने एक हैशटैक का भी इस्तेमाल किया है , जिसमें लिखा है #दलित_दिवाली।
अब इस ट्वीट पर अगर सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रिया की बात करें तो लोगों में अखिलेश यादव के इस ट्वीट से बेहद रोष व्याप्त है जिसे लेकर यूजर्स ने समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेताओं की फोटो शेयर करते हुए ट्वीट में लिखा, ” टोंटिमियाँ यह है आपके लुटेरे खानदान की पूरी दास्तान
खुद तो करोड़पति हो गए लेकिन जनता गरीब ही रही।कैसा समाजवाद है यह?”
वहीं एक यूजर ने लिखा ,”आपको अपना स्टेटमेंट सही करने की जरूरत है और इसके लिए आपके पास टाइम भी है।” एक और हैश टैग प्रचलित हो रहा है जिसमें अखिलेश यादव से अपने स्टेटमेंट पर माफी मांगने के लिए कहा जा रहा है और यह हैशटैग माफी_मांगो_अखिलेश है।