आगरा। डॉ भीमराव आंबेडकर के खंदारी स्थित दाऊदयाल संस्थान में छात्राओं से हुई बदसलूकी मामले में बुधवार को विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूर्व छात्र नेता मनोज शर्मा और उसके साथियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए आदेश जारी किया था जिसके बाद से पुलिस पूर्व छात्र नेता और उसके साथियों की तलाश में जुटी हुई थी। इस मामले में पूर्व छात्र नेता के बचाव में सपा छात्र सभा और एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने सीओ हरीपर्वत से मुलाकात की और अपने साथी पूर्व छात्र नेता की ओर से बचाव पक्ष सामने रखा।
बातचीत में छात्र नेताओं ने सीओ के समक्ष यह बात रखी कि छात्राओं ने पूर्व छात्र नेता पर जो आरोप लगाया वह सरासर गलत है और इस घटना को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बेवजह तूल दे रहे हैं। वहीँ सीओ हरीपर्वत ने एनएसयूआई और सपा छात्र सभा को भरोसा दिलाया कि वे उक्त प्रकरण की जांच कर निष्पक्ष रुप से कार्रवाई करेंगे।
सीओ हरीपर्वत से मिलने के बाद एनएसयूआई और सपा छात्र सभा ने खंदारी स्थित कुलपति आवास पहुंचकर कुलपति से मुलाकात की और बताया कि यह एक पक्षीय कार्यवाही हुई है। इसके जवाब में कुलपति ने छात्र नेताओं को कहा कि बिना आईकार्ड वाले बाहरी छात्रों का प्रवेश वर्जित है इसलिए यह कार्यवाही की गई और अब यह जांच का विषय है। जांच पूरी होने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।