आगरा। थाना एत्मादुद्दौला क्षेत्र के दाऊजी गोदाम के पास सोमवार की रात लहूलुहान हालत में मिले दो युवकों के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि दोनों युवकों को चांदी व्यापारी को पैसा ना देना पड़े, इसके लिए व्यापारी को फंसाने और खुद को बचाने के लिए उन्होंने स्वयं ही अपने गले काट लिए थे। इस मामले में दोनों युवकों पर आत्महत्या और व्यापारी पर चौथ वसूली का मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं दोनों कारीगरों की हालत अब स्थिर बनी हुई है।
बताते चलें कि थाना एत्मादुद्दौला क्षेत्र में देर रात दो युवक एक मिठाई के गोदाम पर लहूलुहान हालत में भागते हुए आए और वहां मौजूद चौकीदार से अपने आप को बचाने की गुहार करने लगे। देखते ही देखते दोनों युवक बेहोश होकर सड़क पर गिर पड़े जिसके बाद चौकीदार ने पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर आकर दोनों युवकों को लहूलुहान स्थिति में निजी अस्पताल में भर्ती कराया था जहां उनका इलाज चल रहा था।
वहीं घटना के कुछ देर बाद मौके पर पहुंचे एसपी सिटी प्रमोद रोहन बोत्रे ने घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीम को लगा दिया था। जिसमें सफलता प्राप्त करते हुए थाना पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया है।
थाना एत्मादुद्दौला प्रभारी संजय कुमार त्यागी ने बताया कि मामले की जांच करने पर पता चला कि दोनों घायल युवक चांदी कारीगर है और एमएम गेट के मोती कटरा में सोनू नामक चांदी कारीगर के यहां काम करते हैं। चांदी व्यापारी के अनुसार कुछ समय पहले इन दोनों युवकों ने उसकी कई लाख रुपए की चांदी हड़प ली थी। जब व्यापारी को इस बारे में पता चला तो उसने उन दोनों के ऊपर मुकदमा दर्ज कराने की बात कही थी लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं कराया। जिसके बाद दोनों कारीगरों ने व्यापारी से ₹2 लाख में राजीनामा कर लिया था।
थाना प्रभारी ने बताया कि जब व्यापारी दोनों युवकों से तकादा करने लगा तो वह रोजाना टालमटोल करने लगे। कल देर रात उन्होंने सोची समझी साजिश के तहत व्यापारी द्वारा अपने ऊपर आत्मघाती हमला होने की घटना को रचा लेकिन पुलिस द्वारा जब दोनों से पूछताछ की गई तो उसमें यह बात सामने आई कि यह पूरी घटना सिर्फ अपने आप को व्यापारी द्वारा किए जा रहे तगादे से बचाने और व्यापारी को झूठे मुकदमे में फंसाने के लिए रची गई थी। जिसकी वजह से दोनों युवकों पर आत्महत्या की धारा 309 में मुकदमा दर्ज किया गया है। व्यापारी से युवकों द्वारा चांदी चोरी करने कि कोई प्रमाणिकता न दिखाए जाने पर उसके खिलाफ भी धारा 384 चौथ वसूली का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि दोनों युवकों की हालत अब स्थिर बनी हुई है और उनका इलाज चल रहा है।