आगरा। डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी कैंपस स्थित दाऊदयाल संस्थान की छात्राओं के साथ बदसलूकी का एक मामला सामने आया है। छात्राओं का आरोप है कि परीक्षा देने के बाद बाहर निकल कर ग्रुप डिस्कशन करने के दौरान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों ने उनके साथ गाली गलौज की, मारने-पीटने की बात कही और कहना ना मानने पर देख लेने की धमकी भी दी। छात्राओं के साथ हुई बदसलूकी मामले में विश्वविद्यालय छात्रसंघ और एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कुलपति आवास के बाहर जमकर हंगामा काटा और दोषी छात्र के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई।
पीड़ित छात्रा शिवानी ने बताया कि इन दिनों खंदारी परिसर स्थित दाऊ दयाल संस्थान में बीएससी वोकेशन की परीक्षा चल रही है। परीक्षा समाप्त होने के बाद दोपहर को थर्ड सेमेस्टर के हम सभी छात्र और छात्राएं ग्रुप में डिस्कशन कर रहे थे तभी सपा छात्र सभा के पूर्व छात्र नेता मनोज शर्मा और रंजीत ने उनके साथ गाली-गलौज और बदतमीजी से बात की। जब उन्होंने इसका विरोध किया तब मोहन ने उन्हें देख लेने की धमकी दी। छात्रा ने इसकी शिकायत छात्र संघ के पदाधिकारियों से की।
छात्राओं के साथ हुए बदसलूकी का मामला सामने आने के बाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के पदाधिकारियों और एबीवीपी के तमाम कार्यकर्तागण कुलपति आवास पर पहुंच गए और दोषी पूर्व छात्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाते हुए नारेबाजी करने लगे। इस दौरान विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर डॉ मनोज श्रीवास्तव ने पीड़ित छात्र छात्राओं और छात्र संघ के पदाधिकारियों से बात की साथ ही घटना की जानकारी पुलिस को भी दी। मौके पर पहुंची थाना न्यू आगरा पुलिस ने मामले की पड़ताल की
छात्रसंघ पदाधिकारियों की चीफ प्रॉक्टर और पुलिस के साथ काफी देर तक चली बहस में पुलिस ने सिर्फ पीड़ित छात्रा के नाम पर तहरीर लेने के बाद ही कार्रवाई करने की बात कही तो छात्रसंघ पदाधिकारी भड़क गए और उन्होंने चीफ प्रॉक्टर पर दबाव बनाया।
छात्रसंघ अध्यक्ष अभिषेक का कहना था विश्वविद्यालय परिसर में छात्र-छात्राओं को सुरक्षा देना विश्वविद्यालय प्रशासन की जिम्मेदारी है इसलिए विश्वविद्यालय अधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपनी ओर से दोषी पूर्व छात्र के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को अंजाम दे।
बहरहाल छात्र संघ के दवाब के बाद चीफ प्रॉक्टर मनोज श्रीवास्तव द्वारा कुलपति के संज्ञान में यह मामला लाया गया जिस पर कुलपति ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषी पूर्व छात्रों के खिलाफ विधिक कार्यवाही करने का आदेश दिया।