मथुरा। श्रद्धालुओं के लिए विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के पट एक बार फिर खुल गए है। रविवार सुबह निर्धारित समय से कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कराते हुए मंदिर की प्रबंधन समिति ने भक्तों को मंदिर में प्रवेश दिया। मंदिर की प्रबंधन समिति ने सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर के बाहर बैरिकेडिंग की व्यस्था की थी जिससे अफरा तफरी न हो तो वहीं मंदिर द्वार पर हर भक्त का टेम्परेचर व ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन चेक करने के बाद ही अंदर भेजा जा रहा था।
इस दौरान भक्तों को चेहरे पर मास्क लगाना और साथ में सैनिटाइजर रखना आवश्यक था तो मंदिर में प्रसाद भोग और अन्य सामान ले जाने पर है रोक लगाई गई थी।

आपको बता दें कोविड-19 के चलते विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के पट 7 माह तक बंद रहे थे जिसके बाद 17 अक्टूबर को पट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे। 19 अक्टूबर को सेवायतों की मनमानी, अव्यवस्थाओं और भक्तों की अत्यधिक भीड़ के चलते पट मंदिर प्रबंधन समिति ने एक बार फिर मंदिर के पट बंद कर दिए थे। विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के कपाट बंद होने से स्थानीय व्यापारी और साधु संत काफी नाराज हुए थे। जिसके बाद उन्होंने धरना प्रदर्शन कर और कोर्ट से भी मंदिर खोलने की अपील की थी। कोर्ट ने आदेश दिया था कि पूर्व में किए गए आदेश का अनुपालन किया जाए। कोर्ट के आदेश और साधु-संतों के प्रदर्शन और राजनीतिक पार्टियों के धरने के बाद मंदिर के पट आज सुबह 8 बजे से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए।
इस दौरान फैसला लिया गया था कि जिस भक्तों को बांके बिहारी के दर्शन करने हैं उसे पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन की ऑनलाइन प्रक्रिया दुरुस्त होने के बाद रविवार को एक बार फिर श्रद्धालुओं के लिए बांके बिहारी मंदिर के पट खोल दिए गए।

श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते और कोविड की सभी गाइडलाइंस का पालन कराने के बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया गया। मंदिर प्रबंधन समिति ने गेट नंबर 2 और 3 से श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश देने व गेट नंबर 1 और 4 से श्रद्धालु दर्शन कर बाहर जाने की व्यस्था की थी।
मंदिर प्रबंधक मनीष शर्मा ने बताया कि भक्तों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है जो भक्त बांके बिहारी के दर्शन करना चाहते हैं वह पहले http://darshan.yatradham.org या ShreeBankeBihariTemple.html लिंक पर रजिस्ट्रेशन करा ले जिसके बाद ही उन्हें बांके बिहारी के दर्शन हो संकेंगे। मंदिर प्रबंधक ने कहा कि श्रद्धालु अपनी सुविधा के लिए आधार कार्ड अथवा कोई पहचान पत्र भी साथ लाएं।
मंदिर प्रबंधक मनीष शर्मा ने बताया कि 1 दिन में 500 श्रद्धालुओं को बांके बिहारी के दर्शन होंगे। सुबह 8:00 से 12:00 बजे तक 250 श्रद्धालु और शाम 5:30 बजे से रात 9:30 बजे तक 250 श्रद्धालु बांके बिहारी के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर में केवल एक बार में 5 श्रद्धालु को ही प्रवेश दिए जाने की व्यवस्था की है।
हालांकि अभी भी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता गेट पर श्रद्धालुओं के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद दर्शन का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है आम लोग किस तरह रजिस्ट्रेशन कर पाएंगे और वह बिना दर्शन के ही यहां से वापस जाएंगे। बिहारी जी के दर्शन के बिना कोई यहां से वापस जाए यह ठीक नहीं है।
देखा जा रहा है कि प्रशासन की व्यवस्थाएं पूरी तरह चुस्त-दुरुस्त हैं जिस तरह 17 अक्टूबर को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ बांके बिहारी की गलियों में देखने को मिल रही थी वह आज नहीं है। उस दिन सेवायतों की मनमानी के चलते करीब 1 घंटे लेट मंदिर को भी खोला गया था। इस वजह से भी व्यवस्थाएं चरमरा गई थी।