मथुरा। मथुरा में बाल श्रम को रोकने के लिए चलाया गया विशेष जन जागरूकता अभियान रंग ला रहा है। इस अभियान के कारण मोती मंजिल मार्केट पूरी तरह से बाल श्रम मुक्त हो गयी है। यह मार्केट जनपद मथुरा की पहली मार्केट है जहाँ किसी भी तरह का बाल श्रम नहीं है और
बाल श्रम मुक्त मार्केट बनी है। इस अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मार्केट के बाल श्रम मुक्त होने की घोषणा की गई। इस दौरान श्रम विभाग, चाइल्ड लाइन संस्था के सदस्य और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
श्रम विभाग, AHTU एवं चाइल्ड लाइन मथुरा द्वारा 1 सितंबर से 30 सितंबर तक जनपद में नो चाइल्ड लेबर अभियान विकास मार्केट, भैंस बोहरा, डीग गेट के साथ पूरे जनपद में चलाया गया। अभियान के दौरान किताब की दुकान, मोटरसाइकिल रिपेयरिंग की दुकान, मोबाइल की दुकान आदि पर कार्य करते मिले बालकों को बाल श्रम से मुक्त कराया गया। कार्य कराने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध बाल श्रम अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई। इस अभियान के दौरान टीम को मोती मंजिल मार्केट में कोई बच्चा कार्य करते हुए नहीं मिला। उक्त मार्केट के अध्यक्ष की ओर से मार्केट के बाल श्रम मुक्त होने की सूचना पर जाँच पड़ताल कराई गई जिसके बाद इस मार्केट को बाल श्रम मुक्त घोषित कर दिया गया है।
प्रभात कुमार सिंह सहायक श्रमायुक्त द्वारा बताया गया कि पिछले माह चाइल्ड लाइन और AHTU के सहयोग से श्रम विभाग द्वारा जनपद के व्यस्तम बाजारों में जाकर बाल श्रम के विरुद्ध कार्यवाही की गई। बाल श्रम से मुक्त कराये गए बच्चो को श्रम विभाग द्वारा चलाई जा रही बाल श्रमिक विद्यार्थि योजना से जोड़कर उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है तथा उन्हें शिक्षा से जोड़ा जा रहा जिससे उनका सम्रग विकास हो।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा अर्चना वार्ष्णेय द्वारा कहा गया कि बाल श्रम से मुक्त कराये गए बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है तब समिति द्वारा बच्चों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना से जोड़कर उनके विकास का मार्ग प्रशस्त किया जाता है। बच्चों को पढाई के दौरान ही किसी प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाए तो यह बच्चो के भविष्य के लिए हितकारी होगा। बाल कल्याण समिति बच्चो के अधिकारों को सुनिश्चित करने हेतु वचनवद्ध है।
चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर नरेन्द्र परिहार ने बताया कि नो चाइल्ड लेबर अभियान के तहत कई मार्केट में बच्चों को काम करते हुए पाया गया। कई मार्केट ऐसे भी थे जहाँ एक भी बच्चा कार्य करते हुए नही मिला। मोती मंजिल मार्केट उन्ही मार्किट में से एक है। एक और बाल श्रम कराने वाले लोगों के प्रति कानूनी कार्यवाही हो रही है। वहीं दूसरी और ऐसे मार्केट को बाल श्रम से मुक्त घोषित करके एक उदहारण भी अन्य लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। ताकि अन्य लोग भी प्रेरित हो और बाल श्रम को जड़ से नष्ट किया जा सके। चाइल्ड लाइन द्वारा अन्य मार्केट के अध्यक्षों से भी बात की जा रही है ताकि उन्हें भी बाल श्रम से मुक्त घोषित किया जा सके। अगर किसी को कोई भी बच्चा मुसीबत में मिलता है तो चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नम्बर 1098 पर फोन करके सूचना दे।